मनाया गया सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख का संयुक्त जयंती समारोह

सामाजिक क्रांति की अग्रदूत थीं सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख-बंदना सिंह

सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख से प्रेरणा लेकर संघर्ष तेज करें-ऐपवा

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला ऐसोसिएशन (ऐपवा) द्वारा घोषित 3 से 9 जनवरी तक राज्यव्यापी सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख जयंती सप्ताह के तहत 7 जनवरी को समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर में जयंती समारोह का आयोजन किया गया।

जानकारी के अनुसार ताजपुर नगर परिषद क्षेत्र के बहादुरनगर वार्ड क्रमांक एक में सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख की संयुक्त जयंती मनाई गई। महिला कार्यकर्ताओं ने दोनों महान विभूतियों की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
मौके पर बतौर मुख्य अतिथि सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा समस्तीपुर जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख प्रथम महिला शिक्षिका थी, जिन्होंने महिलाओं को शिक्षित करने के साथ समाज में फैले कुरीतियों-अंधविश्वासों के खिलाफ महिलाओं को जागरूक किया। उन्होंने बाल-विवाह के खिलाफ महिलाओं को जागरूक किया। विधवा विवाह पर रोक के खिलाफ मुखर रहीं।

ऐपवा नेत्री ने कहा कि आज देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत का बीज बोया जा रहा है। ऐसी स्थिति में हिंदू सावित्रीबाई फुले एवं मुस्लिम फातिमा शेख की मिशाल बनी बहनापा से प्रेरणा लेकर नफरत के खिलाफ एकता का माहौल बनाकर शिक्षा का निजीकरण के खिलाफ एवं समान शिक्षा प्रणाली लागू करने समेत महिलाओं पर बढ़ते प्रताड़ना, दमन, हिंसा, हत्या, दुष्कर्म के खिलाफ संघर्ष तेज करना होगा।

अध्यक्षता रजनी देवी ने की। जबकि सभा को रधिया देवी, नीलम देवी, खेग्रामस के प्रखंड सचिव प्रभात रंजन गुप्ता, भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह आदि ने संबोधित किया। अंत में भाकपा माले द्वारा बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में आगामी 9 मार्च को आयोजित महाजुटान में बड़ी भागीदारी दिलाकर इसे सफल बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया।

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