टैक्स चोर चौरसिया बंधुओं पर हो कार्रवाई
मुंबई। देश को हजारो करोड़ का चूना लगाने वाले ऑनलाईन लॉटरी को रोकने में राज्य एवं केंद्र सरकारें क्यों नाकाम है? क्योंकि 2017 और 18 में अवैध ऑन लाईन लॉटरी संचालकों के खिलाफ जो कार्रवाई हुई थी वो नाकाफी साबित हो रहा है। चूंकि फिर से उन्हीं आरोपियों द्वारा वेब पोर्टल बदलकर ऑन लाईन लॉटरी का धंधा धड़ल्ले से चलाया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक प्रतिदिन करीब 10 से 15 हजार करोड़ के इस खेल में सरकार को टैक्स के नाम पर फूटी कौड़ी भी नहीं मिलती। इस मामले की लिखित शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता जावेद अहमद खान ने राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मुंबई पुलिस आयुक्त व सबंधित विभागों की है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी भाजपा अल्पसंख्यक विभाग के पूर्व मुंबई उपाध्यक्ष एवं आरटीआई कार्यकर्ता जावेद अहमद खान की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी अचल चौरसिया पर आईपीसी की धारा 420, 294 (अ) आदि के तहत मामला दर्ज किया था। इसके बाद आरोपियों को जमानत मिल गई। जमानत मिलने के बाद फिर से उन्हीं लोगों ने अपना वेब पोर्टल का नाम बदलकर अवैध रूप से ऑनलाईन लॉटरी का धंधा शुरू कर दिया है।
बताया जाता है कि तेजी से फल-फूल रहे इस धंधे का जाल देश के कई राज्यों में फैला है। इतना ही नहीं अवैध रूप से चलने वाली ऑनलाईन लॉटरी का मास्टर माइंड इसे विदेशों में भी विस्तार करता जा रहा है। कयास लगाया जा रहा है कि विदेशों में मामला जमने के बाद यहां की टीम देश के अन्य घोटालेबाजों की तरह पुलिस और देश के कानून से दूर विदेश भाग सकते हैं।
इन बातों का आभास होते ही आरटीआई कार्यकर्ता जावेद खान ने 10 अगस्त 2018 को फिर से इस मामले की सख्ती से जांच व कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायत की प्रति उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मुंबई पुलिस आयुक्त, फाइनेंस मिनिस्टर (महाराष्ट्र सरकार), होम मिनिस्टरी और विपक्षी दलों व सबंधित विभागों को दी है। उक्त पत्र में कहा गया है कि अवैध रूप से ऑनलाईन लॉटरी चलाने वाला रमेश और अचल चौरसिया द्वारा बड़े पैमाने पर टैक्स की चोरी की जा रही है।
इस मामले में चौरसिया बंधुओं पर मुंबई के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। इन पर सख्ती से कार्रवाई नहीं होने के कारण दोनो ने फिर से एक टीम बनाई है जो देश के अन्य राज्यों में फैलता जा रहा है। इसके अलावा टैक्स बचाने के लिए टीम का मास्टर माइड सरकार को गुमराह कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि टैक्स चोरी के इस मामले को 19 मार्च 2018 को विपक्षी नेता धनंजय मुंडे ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान उठाया था।
इस मुद्दे को विधायक अनिल परन व अन्य विधायकों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए मुंबई सायबर सेल ने गेमकिंग इंडिया प्रइवेट लिमिटेड और प्लानेट- जी के मालिक अचल रमेश चौरसिया को गिरफ्तार भी किया था। हालांकि गिरफ्तारी की भनक लगते चौरसिया बंधुओं ने www.gamekingindia.com से बदल कर www.gamekingworld.com रख दिया। इसके बावजूद साइबर सेल ने www.gamekingindia.com और www.planetgoonline. com को बंद कर दिया। खान के अनुसार इसके बावजूद पिता पुत्र द्वारा अवैध रूप से ऑन लाईन लॉटरी का धंधा वसई पश्चिम स्थित चौरसिया बंधुओं के घर चलाया जा रहा है।
आरटीआई कार्यकर्ता खान के अनुसार मौजूदा समय में राजा चौरसिया उर्फ मुन्ना और उसका भाई रमेश चौरसिया इस खेल को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। खान के अनुसार चौरसिया बंधुओं द्वारा सरकार के साथ-साथ आम जनता को भी बड़े पैमाने पर चूना लगाया जा रहा है। लिहाजा जांच कर इस गैंग का पर्दाफाश करते हुए इन लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
उक्त पत्र के अनुसार मुंबई साइबर सेल की जांच पड़ताल में साफ किया गया था कि इस गिरोह द्वारा प्रति दिन पांच करोड़ का टर्नओवर किया जाता है। ऐसे में अगर मुंबई पुलिस की माने तो चौरसिया बंधु सालाना 1800 हजार करोड़ का धंधा करते हैं लेकिन टैक्स के नाम पर सरकार को ठेंगा दिखा देते हैं। इस तरह 2012-13 से हिसाब लगाया जाए तो इन लोगों ने सरकार से करीब 9 हजार करोड़ की टैक्स चोरी की है। बताया जाता है कि सरकार से टैक्स चोरी व अवैध रूप से ऑनलाईन लॉटरी चलाने के मामले में चौरसिया बंधुओं पर 2017 से अब तक करीब 19 पुलिस केस हो चुका है। इसके बावजूद टैक्स चोरी और लॉटरी का धंधा चरम पर है।
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