गुरमीत राम रहीम को 10 साल की सजा

रोहतक। साध्वी के साथ रेप के दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई की विशेष अदालत ने 10 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट में करोड़ों श्रद्धालुओं के ‘पिताजी’ कहे जाने वाला राम रहीम माफी की भीख मांगते दिखा। कोर्ट ने बचाव पक्ष की दलीलों को मानने से इनकार कर दिया। बचाव पक्ष ने अपनी दलील में कहा था कि गुरमीत राम रहीम काफी लंबे समय से समाज सेवा के कामों में लगे हैं।

 

सजा सुनाने के लिए रोहतक की जेल में बनी विशेष अदालत में जज जगदीप सिंह हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचे थे। सजा सुनाए जाने से पहले गुरमीत राम रहीम ने जज के आगे हाथ जोड़े और माफी की मांग की। राम रहीम ने कोर्ट में अच्छे कामों का हवाला देकर नरमी की मांग भी की थी।

सीबीआई के विशेष जज जगदीप सिंह ने जैसे ही अपना फैसला पढ़ना शुरू किया राम रहीम बार-बार 7 साल, 7 साल बोलने लगा। यानी रेप केस में वह अधिकतम 10 साल की बजाए 7 साल की सजा की मांग कर रहे था। जज जगदीप ने राम रहीम की किसी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया और उन्हें 10 साल की सजा सुना दी।

पूरी सुनवाई के दौरान आंखों में आंसू भरे राम रहीम सजा के बाद जमीन पर बैठकर रोने लगा। जब पुलिसकर्मी उसे कस्टडी में लेने आए तो वह कहीं नहीं जाने की जिद करने लगा। राम रहीम को 376, 511 और 506 धारा के तहत सजा सुनाई गई है।

इससे पहले पंचकूला में कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद डेरा समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई थी। इसके चलते आज प्रशासन पूरी तरह अलर्ट था। जेल के आसपास के इलाके में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए। अर्ध सैनिक बलों की कंपनियों को तैनात किया गया। रोहतक आने वाली सभी गाड़ियों की सघन तलाशी ली जा रही है। हर आने-जाने वाले से उसकी पहचान पूछी जा रही है। शहर के अदंर और बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं। यहां धारा 144 लगी हुई है।

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