विजय कुमार साव/गोमियां(बोकारो)। दहेज प्रथा समाज के लिए एक बहुत बड़ा नासूर है। इस दहेज रुपी नासूर को जड़ से समाप्त करने की आज जरुरत है। ऐसा नहीं हुआ तो समाज को गर्त में जाने से कोई नहीं रोक सकता है। आज के कुछ युवा अब आगे आकर प्रेम विवाह को अपनाकर इस दिशा में कदम बढ़ाने लगे हैं।
गोमियां प्रखंड के हद में गोमियां मोड़ काली मंदिर प्रांगण में 3 अक्टूबर की संध्या दो प्रेमी युगल ने शादी कर दहेज प्रथा जैसी कुरीति को तोड़ा है।
जानकारी के अनुसार गोमियां से लगभग 50 किलोमीटर (Km) दूर सिवनडीह निवासी हुबलाल सिंह के पुत्र नकुल सिंह व् हजारीबाग जिला के हद में विष्णुगढ़ प्रखंड के नरकी निवासी चीतू सिंह की पुत्री सुनीता कुमारी के बीच बीते एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लड़की अपने बहन के यहां रह रही थी। वही से इनका प्रेम परवान चढ़ा। इस दौरान दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने और सात माह का गर्भ रहने के कारण लड़की पक्ष वालों में अपनी पुत्री की शादी कराने के लिए अडिग हो गए। विवश होकर नकुल सिंह को शादी करना पड़ा।
इस संबंध में समाजसेवी श्याम सुंदर महतो ने कहा कि मामला प्रेम प्रसंग का है। दोनों बालिक हैं। इस अवस्था में दोनों की शादी करा देना ही समस्या का समाधान होगा। जिससे दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों का विनाश होगा। इस कारण लड़का एवं लड़की पक्ष वालों ने इस शादी को स्वीकार किया। गोमियां मोड़ काली मंदिर के पुजारी ने विधिवत दोनों का विवाह संपन्न कराया। जिसके साक्षी आसपास के दर्जनों रहिवासी बने। मौके पर काली मंदिर कमेटी सदस्य एवं दर्जनों ग्रामीण रहिवासी उपस्थित थे।
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