बेटी का अपहरण या कर्ज का बोझ!
संवाददाता/ मुंबई। ठक्कर बप्पा कॉलोनी (Thakkar Bappa Colony) के पंचाराम मोतीजी रिठाडिया ((Pancharam Motiji Rithadia) आत्महत्या कांड में नया मोड़ आने की संभावना जताई जा रही है। कथित रूप से उन पर कर्ज का बोझ होने की बात सामने आई है। आसमान छूती महंगाई में आर्थिक तंगियों से जूझ रहे रिठाडिया ने क्यों की आत्महत्या? यह सवाल अभी बना हुआ है। इस बीच आत्महत्या के दस दिनों बाद उनकी शव यात्रा में चर्मउद्योग से जुड़े यहां के करीब आठ से दस हजार लोग शामिल हुए। इस यात्रा में पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प भी हुई। अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस उपद्रवियों की तलाश में जुट गई है।
नेहरूनगर पुलिस (Nehru Nagar Police) से मिली जानकारी के अनुसार आरती से जुड़े दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला भी शामिल है। गिरफ्तार लोगों में सीमा घनश्याम कुलदीप (42) नामक महिला के अलावा बागचंद बियाराम फुलवरिया (23), मदन लाल शिवनाथ राम फुलवरिया (47), ठक्कर बप्पा हैंडमेड वेलफेयर मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनवर मुनव्वर शेख (36), नैनूराम हिराराम फुलवरिया (30) और पप्पू पुसाजी उजर फुलवरिया (52) शामिल हैं।
इस कड़ी में सबसे सयाह पहलू यह है की पंचाराम रिठाडिया आत्महत्या कांड से गुस्साए ठक्कर बप्पा कॉलोनी (चर्मउद्योग नगरी) के मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाने के बाजाय, मतदान में हिस्सा नहीं लिया। जिसके कारण इस परिसर के बूथों पर सन्नाटा पसरा रहा और मतदान का आंकड़ा भी काफी कम हुआ। बहरहाल पंचाराम रिठाडिया आत्महत्या के पीछे और भी कई कारण बताए जा रहे हैं। इनमें सूत्रों की माने तो 6 लोगों के इस परिवार में मंदी के कारण काम कम और खर्च अधिक होना भी बताया जा रहा है। फिलहाल उनके तीन बच्चे शिक्षारत हैं।
मृतक रिठाडिया के चार बच्चे हैं, इनमें बड़ी बेटी का नाम पूजा 19 वर्ष उससे छोटी आरती 17 जो अब तक अपहरणकर्ताओं के चंगुल में है। इसके बाद 16 वर्ष का सुनील और 14 वर्ष की कविता नामक बेटी भी पढ़ाई कर रही है। 22 अक्टूबर को शव यात्रा में हुए बवाल के बाद लोगों के बीच यह भी सवाल उठने लगा है की आरती का अपहरण हुआ या वह किसी के साथ भाग गई? इस तरह के सवालों ने पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। इसका भंडाफोड़ करने के लिए जोन 6 के प्रशासनिक अधिकारी जुटे हैं।
प्रशासन का मानना है की इस मामले को सुलझाने में भले ही थोड़ा वक़्त लग रहा है, लेकिन आरती की असलियत जल्द ही सामने आने वाली है। वहीं राजस्थानी समाज के लोगों का यह भी कहना है की उनके राज्य में बाल विवाह प्रथा की जड़ें इस दौर में भी काफी मजबूत हैं। ऐसे में यह कह पाना मुश्किल है की रिठाडिया ने क्यों की आत्महत्या? इसका कारण बेटी का अपहरण है या कर्ज का बोझ! कर्ज में डूबे रिठाडिया मोटी रकम के देनदार थे। गौरतलब है कि पंचाराम मोतीजी रिठाडिया ने 13 अक्टूबर को तिलक नगर रेलवे स्टेशन के करीब लोकल रेल के सामने छलांग लगाकर आत्महत्या की थी। उसके बाद उनका पोस्टर्माटम भी हुआ था। पोस्टर्माटम में शराब पीने की बात सामने आई है।
चेंबूर पुलिस ने 200 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ किया मामला दर्ज
नेहरू नगर पुलिस स्टेशन की इस मामले में एक और नया मोड़ आया है। शव यात्रा के दौरान सायन-ट्रॉम्बे हाईवे पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की व उपद्रव मचाया और पुलिस से हाथापाई भी की। इस मामले को चेंबूर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। चेंबूर पुलिस स्टेशन ने सीआर नंबर 407/2019 भा.द.वि की धारा 307, 326, 324, 333, 332, 353, 323, 341, 141, 143, 144, 145, 147, 138, 149 और 427 के तहत करीब 200 उपद्रव मचाने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उपरोक्त मामले में 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आगे की जांच चेंबूर पुलिस कर रही है।
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