समावेशी विकास की राह पर एक नई भूमिका की जिम्मेवारी-डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह ने बिहार सवर्ण आयोग के अध्यक्ष का पद संभालने के बाद शिष्टाचारवश 31 मई को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में सवर्ण आयोग अध्यक्ष डॉ सिंह ने इस उत्तरदायित्व को समावेशी विकास की राह पर एक नई भूमिका बताया। उन्होंने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार ने सवर्ण आयोग का उन्हें अध्यक्ष बनाया है। उन्होंने कहा कि
मुख्यमंत्री द्वारा सामाजिक न्याय, समरसता और समावेशी नीतियों के माध्यम से बिहार को नई दिशा देने का जो सतत प्रयास किया गया है, उसमें अब यह आयोग भी अपनी सार्थक भूमिका निभाने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि सभी का स्नेह, समर्थन और विश्वास ही मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा है।
उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग की भगीदारी, यही है सुशासन की जिम्मेदारी। ज्ञात हो कि, सवर्ण जातियों के लिए गठित इस आयोग का उपाध्यक्ष जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद को बनाया गया है, जबकि इसमें तीन अन्य सदस्य भी मनोनित किए गए हैं। इनमें दरभंगा के दयानंद राय, पटना के जयकृष्ण झा और भागलपुर के राजकुमार सिंह शामिल हैं।
इस अवसर पर बिहार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता उपेन्द्र कुमार सिंह ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह को सवर्ण आयोग के अध्यक्ष बनाए जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि लगातार 36 सालो तक सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से डॉ सिंह एमएलसी रहे है। वे जन -जन के नेता हैं।
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