गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। वैशाली जिला के हद में लालगंज प्रखंड के शीतल भकुरहर पंचायत की मुखिया अलका देवी का चयन राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला के लिए किया गया है। मुखिया के राष्ट्रीय स्तर पर चयन से पंचायत वासियों में हर्ष देखा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान के झुंझुनू जिला के हद में बांगर स्थित पिरामल स्कूल ऑफ लीडरशिप के प्रधान कार्यालय में आगामी 27 से 29 दिसंबर तक तीन दिवसीय पंचायती राज लीडरशिप विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई है। उक्त कार्यशाला में देश के सभी जिलों से चयनित मुखिया इस कार्यशाला में भाग ले रहे हैं। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सत्ता के विकेंद्रीकरण के माध्यम से वंचित समाज के बीच विकास के लिए कार्य करना है।
ज्ञात हो कि, ग्राम स्तर पर ग्राम पंचायत विकास की प्रथम इकाई है, जिसके लिए प्रत्येक मुखिया को दक्ष होना जरूरी है। उक्त कार्यशाला में भाग लेने के लिए वैशाली जिले से लालगंज प्रखंड के शीतल भकुरहर पंचायत की मुखिया अलका देवी सहित जलालपुर पंचायत के मुखिया सुधांशु कुमार का भी चयन किया गया है।
इसे लेकर 24 दिसंबर को शीतल भकुरहर पंचायत की मुखिया अलका देवी से एक विशेष मुलाकात में उन्होंने जानकारी दी कि वे प्रथम बार इस पंचायत की मुखिया निर्वाचित हुई है। उन्होंने बताया कि उनके ससुर स्वर्गीय कौशल किशोर सिंह इस ग्राम पंचायत के सरपंच थे। उनकी मृत्यु के बाद उन्होंने पंचायत की राजनीति में समाज सेवा के माध्यम से प्रवेश किया।
मुखिया अलका देवी ने बताया कि उनके पंचायत में दलित और अति पिछड़ी जातियों की संख्या अधिक है। गत चुनाव में उन्होंने दलित बस्तियों में जाकर कार्य किया और बिना किसी भेदभाव के महिलाओं को उनके अधिकार के प्रति जागृत किया, जिसका प्रतिफल उन्हें गत चुनाव में सामान्य क्षेत्र में पुरुषों के बर्चस्व वाले समाज मे विजयश्री मिला।
पंचायत में किए गए कार्यों के संबंध में पूछे जाने पर मुखिया ने बताया कि उनके द्वारा सर्वप्रथम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र के जो भवन जर्जर हालत में थे उनका निर्माण कर अच्छी स्थिति में लाया गया, ताकि बच्चे स्वस्थ वातावरण में शिक्षा ग्रहण कर सके। कहा कि आजादी के 70 वर्ष बाद भी दलित और पिछड़ी जाति की बस्तियों में रास्ता का अभाव था।
इसके निराकरण के लिए उन बस्तियों में उन्होंने सड़क का निर्माण करवाया। पंचायत के जल स्रोत पोखर और कुआं का जीर्णोद्धार करवाया। साथ ही सार्वजनिक स्थल, स्कूल प्रांगण, मंदिर प्रांगण जहां-जहां जल भराव की समस्या थी, वहां मिट्टी डालकर समतल कराये जाने का कार्य किया। सरकार द्वारा गरीब परिवारों के लिए आवास योजना या अन्य जो भी योजनाएं हैं उन्हें इमानदारी पूर्वक पंचायत में लागू किया।
मुखिया ने बताया कि इस पंचायत में जंगली जानवर नीलगाय किसानों के लिए समस्या बन गई थी। जिस वजह से किसान मक्का और सब्जी की खेती छोड़ चुके थे। किसानों के आग्रह पर जिलाधिकारी से अनुमति प्राप्त कर वन विभाग के शूटरो द्वारा पंचायत से नील गायों का सफाया किया गया, जिससे किसान पिछले साल से मक्का और सब्जी की खेती कर रहे हैं।
मुखिया अलका देवी ने यह भी बताया कि पंचायत के रहिवासियों का उन्हें भरपूर सहयोग मिल रहा है, लेकिन पंचायत में जमीन के अभाव में पंचायत सरकार भवन अभी तक नहीं बन पाया है।
उनकी इस सफलता का राज पूछने पर उन्होंने बताया कि लोकतंत्र में जनता मालिक है। जनप्रतिनिधि का काम होता है कि वह अपनी जनता की समस्याओं को सुने और उसका समाधान करें। वे हमेशा इसी सोंच के साथ और जनता के दुख सुख को ध्यान में रखकर आगे बढ़ती जा रही हैं।
जानकारी के अनुसार मुखिया को अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी द्वारा बिहार के यशस्वी मुखिया के रूप में सम्मानित भी किया जा चुका है। वर्तमान में प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान से जुड़ कर वैशाली जिला जनसुराज महिला की वे अध्यक्ष भी हैं।
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