विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। बेरमो अनुमंडल के हद में स्थित अजब नजारा देखने को मिला, जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Health Center) गोमियां में खड़ी रह गई एंबुलेंस और चली गई एक मरीज की जान।
जानकारी के अनुसार 19 दिसंबर को 80 वर्षीय साड़म रहिवासी शिशिल प्रसाद की स्वास्थ्य खराब हो जाने पर परिजनों ने उसे गोमियां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए लाया। डॉ ने मरीज की स्थिति को देखते हुए रेफर कर दिया। किंतु हॉस्पिटल (Hospital) में खड़ी एंबुलेंस चालू ही नहीं हुई और इसी दौरान पीड़ित मरीज की जान चली गयी।
इस संबंध में मृतक का भतीजा कुंदन प्रसाद ने बताया कि उसके चाचा का रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) अधिक हो गया था। जब वह हॉस्पिटल लाएं तो डॉक्टर ने तुरंत रेफर कर दिया। उसने तत्काल 108 एंबुलेंस में फोन किया।
एंबुलेंस चालक जब गाड़ी स्टार्ट कर रहा था तो गाड़ी स्टार्ट ही नहीं हुई। काफी ठेला धकेला गया, लेकिन गाड़ी जस की तस खड़ी रही। आधे घंटे बाद दूसरी एंबुलेंस आई, तब तक उसके चाचा की जान चली गई।
हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ हेलन बारला ने कहा कि मरीज की स्थिति गंभीर थी। एंबुलेंस में टेक्निकल खराबी होने के कारण वह चालू नहीं हो पाई। दूसरी एंबुलेंस आई लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसी बीच मरीज की जान चली गई।
इस संबंध में एंबुलेंस मेंटेनेंस का कार्य देखने वाले गौतम कुमार से दूरभाष पर बात करने पर कहा कि मशीनरी चीज है, टेक्निकल खराबी हो सकती है, उसे दूर कर दिया जाएगा और तब तक दूसरा एंबुलेंस मुहैया कराया जाएगा। सवाल उठना लाजिमी है कि मरीज की मौत का जिम्मेदार कौन है?
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