प्रहरी संवाददाता/वैशाली (बिहार)। टीबी (TB) यानी यक्ष्मा रोग अंग्रेजी में जिसे हम ट्यूबर क्लौसिस के नाम से जानते है। उसका शत प्रतिशत इलाज संभव है।
लोग इस बीमारी के खतरों के प्रति काफी सचेष्ट रहा करते है। इस बीमारी के संक्रमण की चपेट में आए लोगों को सरकार की तरफ से कुछ पैसे भी मिलते है, लेकिन वह उनके बीमार स्थिति में पोषण के लिए दिए जाने का प्रावधान है।
मालूम हो कि इसी बीमारी के संक्रमण से बचाव को लेकर केंद्र सरकार टीबी मुक्त भारत 2025 का सपना देखा है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के कर्मी उक्त अभियान को लेकर लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास कर रहे।
इसी कड़ी में 14 अगस्त को वैशाली जिला के हद में सुभई एपीएचसी पर अभियान में शामिल सदस्यों ने जागरूकता अभियान चलाया। टीम द्वारा स्लोगन पढ़ा गया और मौजूद रहिवासियों को संक्रमण से बचाव के चिकित्सकीय परामर्श दिए गए।
मौके पर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर संजय दास (Medical officer Doctor Sanjay Das) , वरिष्ठ पर्यवेक्षक रोहित गुप्ता के अलावा सुरेश राय, प्रखर गुप्ता, डॉक्टर फॉर यू से मुकेश कुमार और बीसीएम् अर्चना कुमारी के साथ अन्य शामिल थे।
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