प्रहरी संवाददाता/तेनुघाट (बोकारो)। तेनुघाट (Tenu ghat) अधिवक्ता लिपिक संघ के द्वारा 7 जून को अधिवक्ता लिपिक रतन लाल स्वर्णकार, अधिवक्ता कुमार अनंत मोहन सिन्हा, बसंत कुमार महतो, सुखदेव राम रवानी एवं नंदकिशोर महली के निधन पर एक शोक सभा की गई। मौके पर व्यवहार न्यायालय तेनुघाट के दर्जनों अधिवक्ता एवं अधिवक्ता लिपिकों ने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की।
शोक सभा की अध्यक्षता कर रहे अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष महादेव राम ने दिवंगत अधिवक्ता लिपिक एवं अधिवक्ताओं की जीवनी पर संक्षिप्त टिप्पणी करते हुए कहा कि उनके मृत्यु से हमें काफी नुकसान हुआ है। जिसकी भरपाई कर पाना मुश्किल है। अधिवक्ता संघ के महासचिव वकील प्रसाद महतो ने संबोधित करते हुए कहा कि दिवंगत अधिवक्ता लिपिक एवं अधिवक्ता काफी मिलनसार एवं व्यवहार कुशल थे। अधिवक्ता लिपिक संघ के अध्यक्ष रतन कुमार सिन्हा ने कहा की इस कोरोना काल में हमें काफी आर्थिक एवं शारीरिक क्षति पहुंची है। एक साथ हम 5 लोगों की शोक सभा मना रहे हैं। हम सभी मिलकर कोशिश करें कि दिवंगत के परिजनों को कभी किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। शोक सभा में अधिवक्ता लिपिक संघ के उपाध्यक्ष राजीव झा, अधिवक्ता लिपिक संघ के महासचिव सत्येंद्र कुमार सिन्हा, जनार्दन प्रसाद, हेमंत कुमार गुरु, वेंकट हरी विश्वनाथन, सुभाष कटरियार, विजय कुमार, अरविंद शर्मा, लखन महतो, मंटू राम, पंकज कुमार सिंह, अजय ठाकुर, अनिल कुमार प्रजापति, वासुदेव साह, मोहम्मद असलम अंसारी, राम लखन यादव, दिनेश्वर करमाली, अशोक कुमार, डोमन दुबे, संजय कश्यप, कृष्ण पाल ठाकुर सहित कई अन्य अधिवक्ता एवं अधिवक्ता लिपिक मौजूद थे।
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