आशा, ममता, आंगनबाड़ी, रसोईया के मांग दिवस पर ऐपवा ने दिया एकजुटता धरना

स्कीम वर्कर को 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा एवं 50 लाख का जीवन बीमा दो-बंदना सिंह
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। आशा, ममता, आंगनबाड़ी एवं विधालय रसोईया के संगठन आल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (All India skeem workers federation) द्वारा 31 मई को घोषित अखिल भारतीय मांग दिवस के समर्थन में शहर के विवेक-विहार मुहल्ला में अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एशोसिएशन (ऐपवा) द्वारा कोरोना लाकडाउन का पालन करते हुए एकजुटता धरना दिया गया।
आशा, ममता, आंगनबाड़ी एवं विधालय रसोईया को 10 हजार रूपये का मासिक कोरोना भत्ता देने, सभी स्कीम वर्कर्स को 10 लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा करने, कोरोना काल के 50 लाख के जीवन बीमा योजना को बिना शर्त सभी स्कीम वर्कर्स पर लागू करने, कोरोना ड्यूटी के दौरान सभी स्कीम वर्कर्स को सुरक्षात्मक उपकरण देने, वर्कर्स का बकाया भुगतान करने के फेडरेशन के मांग को अक्षरशः समर्थन करते हुए सरकार से मांग माने जाने की मांग ऐपवा नेताओं ने की। इस अवसर पर मुख्य रूप से ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह, राज्य कार्यकारिणी सदस्य नीलम देवी, प्रमिला देवी आदि ने धरना में भाग लिया।
इस आशय की जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ऐपवा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह ने देते हुए कहा कि संबंधित सभी विभागों का कार्य निचले स्तर पर उक्त स्कीम वर्कर्स के द्वारा ही कराया जाता है। अगर ये वर्कर्स अपने को अलग कर लें सरकार की सभी योजना धरी की धरी रह जाएगी। उन्होंने कहा कि एक ही कार्य के लिए नियमित सरकारी कर्मी को करीब हरेक प्रकार की बुनियादी सविधायें दी जाती है। वहीं स्कीम वर्कर्स को सारी सुविधाओं से वंचित किया जाता है। सरकार का यह रवैया स्कीम वर्कर्स के साथ घोर अन्याय है। महिला नेत्री बंदना सिंह ने कहा कि सरकार स्कीम वर्कर्स के मांगों को पूरा करें अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा।

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