प्रहरी संवाददाता/ धनबाद (झारखंड)। झारखंड (Jharkhand) के धनबाद से रोचक मामला प्रकाश में आया है। यहां के एक चाउमिन विक्रेता के खिलाफ वाणिज्य राजस्व कर विभाग की ओर से 16 करोड़ रुपये का वस्तु एवं सेवा कर (GST) चोरी करने का मामला दर्ज कराया गया है। मामला सामने तब आया जब धनबाद जिला के हद में धनसार स्थित दुहाटाड़ के एमएस नारायणी ट्रेडर्स के प्रोपराइटर विक्की बनर्जी के खिलाफ जीएसटी चोरी करने की शिकायत धनसार थाना में दर्ज कराई गई।
पुलिस द्वारा जांच के क्रम में पता चला कि दुहाटाड़ में नारायणी ट्रेडर्स नाम की कोई कंपनी है ही नहीं। नारायणी ट्रेडर्स कोयला कारोबार की कंपनी बताई जा रही है। पुलिस को पता चला कि कथित नारायणी ट्रेडर्स का प्रोपराइटर विक्की बनर्जी नाम का एक आदमी तो है, लेकिन वह धनबाद के हीरापुर हटिया में ठेले पर चाउमिन बेचने का काम करता है।
विक्की ने पूछताछ में बताया कि वह हीरापुर हटिया में ठेले पर चाउमिन बेचने का काम करता है। कुछ दिन पूर्व धनबाद के ही नावाडीह निवासी सत्यनारायण सिन्हा उसके पास आकर ‘चे’ नाम की एक कंपनी में जोड़ने की बात कह कंपनी से हर महीने 10,000 रुपये कमीशन मिलने की बात कही गई। विक्की बनर्जी ने बताया कि सत्यनारायण सिन्हा कंपनी में जोड़ने के नाम पर उससे आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो और उसका मोबाइल सिम ले गए। इसके बाद उसे कई महीने तक कमीशन के नाम पर 10,000 रुपये का भुगतान भी किया।
बीच-बीच में कमीशन देने के नाम पर उससे चेक पर हस्ताक्षर करवाया जाता था। पुलिस सत्यनारायण सिन्हा नामक शख्स की तलाश में छापेमारी कर रही है, लेकिन उसका कहीं अता पता नहीं है। इस मामले को लेकर कंपनी के कथित मालिक विक्की बनर्जी की पत्नी से भी पूछताछ की गई। उसने बताया कि उसे नहीं पता कि सत्यनारायण सिन्हा धोखे से कागजात लेकर उसके साथ इतना बड़ा धोखा करेगा। विक्की बनर्जी ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
कथित प्रोपराइटर विक्की के अनुसार वह बेकसूर है और उसके कागजात को सत्यनारायण सिन्हा ने झांसे में लेकर उसके साथ धोखाधड़ी की है। मामले को लेकर स्थानीय पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया इसके कागज के मुताबिक इसे फंसाया गया है। पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। वाणिज्य राजस्व कर पदाधिकारी अफसाना खानम के अनुसार, दुहाटाड़ के एमएस नारायणी ट्रेडर्स के प्रोपराइटर विक्की बनर्जी के खिलाफ जीएसटी चोरी करने की शिकायत धनसार थाना में दर्ज कराई गई है।
धनसार पुलिस ने जीएसटी अधिनियम 2017 के तहत कांड संख्या 167/ 20 धारा 406, 420, 471, 120 बी, 132(1) बी,132(1) ई, 132(1) आई के तहत मामला दर्ज कर लिया है। वाणिज्य कर अधिकारी खानम ने बताया कि प्रोपराइटर विक्की बनर्जी के नाम पर नारायणी ट्रेडर्स कंपनी दुहाटाड़ में चल रही थी। इसमें 15 करोड़ 90 लाख 22 हजार 138 रुपये का कोयला का व्यवसाय किया गया, लेकिन जीएसटी विवरण नहीं दिया गया और न ही सरकार को टैक्स दिया गया।
इस मामले में दुहाटाड़ जाकर छानबीन की गई, तो पता चला कि यहां इस नाम की कोई कंपनी है ही नहीं। खानम के अनुसार प्रोपराइटर विक्की से पूछताछ में उसने बताया कि वह बेकसूर है और उसके कागजात को धनबाद के नावाडीह निवासी सत्यनारायण सिन्हा ने झांसे में लेकर उसके कागजात के साथ धोखाधड़ी की गयी है। कथित प्रोपराइटर विक्की बनर्जी का कहना है कि वह हीरापुर हटिया में ठेले पर चाउमिन बेचने का काम करता है। कुछ दिन पहले नावाडीह धनबाद निवासी सत्यनारायण सिन्हा मेरे पास आए और बोले कि चे नाम की एक कंपनी है, जिसमें तुम्हें जोड़ेंगे।
जानकारी के अनुसार विक्की दो साल पूर्व बैट्री वाटर बनाने वाली एक कंपनी में मजदूरी का काम करता था। बाद में उसने धनबाद में चाउमिन बेचने का काम शुरू किया। सत्यनारायण सिन्हा के साथ विक्की बनर्जी की मिली भगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता। यहां सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी कंपनी जब विक्की बनर्जी के नाम पर है, तो जाहिर है बैंक खाते में भी विक्की बनर्जी का ही नाम होगा, जो बिना उसकी उपस्थिति के खाता नहीं खुल सकता।
कई अनुत्तरित सवाल हैं, जिसे कितनी ईमानदारी से खोजा जाएगा कहना मुश्किल है। वैसे कोयलांचल क्षेत्र का यह कोई पहला मामला नहीं है। यहां फर्जी नाम से कई कंपनियां चलायी जा रही हैं। इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस या प्रशासन और बीसीसीएल पदाधिकारियों को नहीं होगी, ऐसा संभव नहीं है। इस फर्जीवाड़े में सबका अपना हिस्सा निर्धारित रहता है। ईमानदारी से ऐसे मामलों की जांच हो तो निश्चित ही कई बड़े सफेदपोश चेहरे बेनकाब होंगे।
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