मुश्ताक खान/मुंबई। मंगलवार को झारखंड (Jharkhand) निवासी एजाबुल शेख नामक प्रवासी मजदूर की मौत संत जॉर्जेस अस्पताल (St. George’s Hospital) में इलाज के दौरान हो गई, वे दमा से पिढ़ित थे। शेख साहेबगंज जिला, राजमहल थाना क्षेत्र के अंतर्गत नारायणपुर पंचायत के ग्राम हिनसीन टोला के निवासी थे।
दिवंगत काजबुल शेख के 44 वर्षीय पुत्र एजाबुल शेख (Ezabul sheikh) लगभग छह माह पहले मुंबई आए थे और कोलाबा में एक हार्डवेयर दुकान में हाउसकीपिंग का काम करते थे। झारखंड़ी एकता संघ कि मदद से उनके शव को फ्लाइटट से कोलकाता और वहां से उनके पैतृक गांव नारायणपुर हिनसीन एंबुलेंस से भेजा गया।
मिली जानकारी के अनुसार एजाबुल शेख कि मौत की सूचना मिलते ही पूरे गांव रो पड़ा। चूंकि शेख अपने परिवार में इकलौते कमाने वाले व्यक्ति थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी के अलावा दो पुत्री और एक पुत्र हैं। इस घटना की सूचना झारखंडी एकता संघ, मुंबई के राष्ठ्रीय अध्यक्ष असलम अंसारी व केंद्रीय सदस्य तौफीक अंसारी को मिली।
संघ के अध्यक्ष ने अन्य सदस्यों से शव को गांव भेजने में मदद की अपील की। संघ के सदस्यों के सहयोग से कागजी प्रक्रिया पूरा कर पार्थिक शरीर को पलाइट से कोलकाता और वहां से उनके पैतृक गांव भेजा गया। संघ द्वारा अब तक लगभग 235 प्रवासी मजदूरों का शव झारखंड भेजा जा चुका है।
झारखंडी एकता संघ 17 वर्षों से सरकार (Government) से प्रवासी कल्याण आयोग के गठन की मांग कर रही है, ताकि प्रदेश के बाहर रोजगार के लिए गए मजदूरों की सुरक्षा एवं सहायता की जा सके।
इस प्रकार संध के राष्ट्रीय अध्यक्ष असलम अंसारी, सदरुल शेख, ताज हसन अंसारी, असगर खान, तौफीक अंसारी, संतोष कुमार , कासिफुल्लाह, अजहर सिद्दीक और योगेंद्र ठाकुर ने इस घटना को दुःख बताया।
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