ममता सिन्हा/ तेनुघाट (बोकारो)। अखिल भारतीय राष्ट्रीय प्रतियोगिता के उपविजेता तेनुघाट के मुकेश कुमार सिन्हा ने बन कर तेनुघाट सहित बोकारो जिला एवं झारखंड (Jharkhand) प्रदेश का नाम रोशन किया है। बताते चलें कि बीते 20 जून से 2 जुलाई तक ऑल इंडिया थिएटर काउंसिल (All India Theater Council) भारत प्रायोजक काला हीरा द्वारा काव्य पाठ, नृत्य, एकल अभिनय जैसे कार्यक्रमों का ऑनलाइन राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन किया गया था।
जिसमें देश के लगभग 55 कवियों ने भाग लिया। जिसका परिणाम 11 जुलाई को आया। जिसमें काव्य पाठ के लाइव कार्यक्रम में पूरे देश के दर्शक श्रोताओं के पसंद उप विजेता मुकेश कुमार सिन्हा को चुना गया। वहीं हरियाणा की सीमा वर्मा विजेता घोषित हुई।
मुकेश की कविता “पंचतत्व की महामशीन” को दर्शकों ने बड़े पैमाने पर पसंद किया। सिन्हा बोकारो जिला के हद में तेनुघाट निवासी रंजना देवी के छोटे सुपुत्र हैं। मुकेश को बचपन से ही संगीत, अभिनय और लेखन कला में रुचि रही है। इन्होंने विधिवत शास्त्रीय संगीत की शिक्षा अशोक पांडेय से ग्रहण की है एवं संगीत से स्नातक किया है।
इनके द्वारा इस क्षेत्र के विभिन्न स्कूल एवं कॉलेजों में बच्चों को संगीत एवं अभिनय की शिक्षा दी जाती है। जिससे क्षेत्र में विभिन्न विद्याओं को धारण करने वाले बच्चों की प्रतिभा को संवारा जा सके। इनके द्वारा अब तक कई गीत गजलो एवं सामाजिक समस्याओं पर गीत एवं नाटकों की रचना की गई है। जिसमें मुख्य रुप से “कल्लू रिक्शावाला”, “भारत भाग्य विधाता”, “तस्वीर वतन की ऐसी है”, “समाधान” जैसे नाटक प्रमुख हैं। मुकेश अपनी इस सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों एवं माता पिता को देते हैं। श्रोताओं से मिले इस उत्साहवर्धन के लिए सिन्हा सभी दर्शकों को एवं श्रोताओं का आभार व्यक्त करते हैं।
सिन्हा विगत 22 वर्षों से विभिन्न विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों को अभिनय व संगीत की तैयारी उच्च स्तरीय कार्यक्रमों के लिए करवाते रहे हैं। काव्य पाठ का संचालन वरीय पदाधिकारी रविकांत मिश्रा के द्वारा किया गया। अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि भविष्य में एआईटीसी ऐसे आयोजनों को करवाता रहेगा।
बताते चलें कि ऑल इंडिया थिएटर काउंसिल के द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर के काव्य (कविता) पाठ में देश के जाने-माने कई प्रख्यात व नए कवियों ने भाग लिया। जिसमें मुख्य रुप से मुकेश कुमार सिंहा तेनुघाट,(झारखंड) के अलावा उत्तर प्रदेश से डॉक्टर अष्टभुजा मिश्रा, शशि त्यागी, पिंकी उपाध्याय, डॉक्टर दिनेश कुमार, मनीष मिश्रा, कमल मल्होत्रा (दिल्ली), महेद्र अलंकार उत्तर प्रदेश, दिनेश कुमार, मनी बेन द्विवेदी, साबिर परवेज जैसे कवियों ने हिस्सा लिया।
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