ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में तेनुघाट उपकारा में 14 जनवरी को जेल बंदियों के द्वारा टुसू पर्व मनाया गया। यहां जेलकर्मियों के सहयोग से बंदियों ने श्रद्धाभाव से पूजा की।
इस बारे में तेनुघाट उपकारा के जेल अधीक्षक अरूणाभ ने बताया कि जेल में बंदियों ने जेलर नीरज कुमार को बताया कि वह टुसू पर्व मनाना चाहते हैं। तब बंदियों को टुसू पर्व मनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। साथ हीं यहां पूजन सामग्री का व्यवस्था किया गया। जिसके बाद बंदियों ने 14 जनवरी को टुसू पर्व मनाया।
इस अवसर पर अमरा जे मां टुसू थापी, अघन सक्राईते गो गीत व् मांदर की गूंज पर बंदियों ने नृत्य कर पूजा अर्चना किया। जेलर ने बताया कि टुसू पर्व झारखंड में कुडमी और आदिवासी का महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह मकर संक्रान्ति के अवसर पर मनाए जाने वाला त्यौहार नाच गाने और सुबह स्नान कर उगते सूर्य की प्रार्थना कर यह पूजन किया जाता है।
इस पर्व के बारे में जानकारी दी जाती है कि पूर्व में जब राज्य में हाहाकार मच गया था। किसान मारे गये। टुसू भी सैनिकों की गिरफ्त में आने वाली थी। उसने राजा के आगे घुटने टेकने के बजाय जल-समाधि लेकर शहीद हो जाने का फैसला किया और उफनती नदी में कूद गई। टुसू की इस कुर्बानी की याद में ही टुसू पर्व मनाया जाता है।
पूजा के बाद टुसू की प्रतिमा बनाकर नदी में विसर्जित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया जाता है। मकर परब के दिन से महीनों तक झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में नदी तटों पर टुसू मेला का आयोजन किया जाता है।
टुसू पूजा करते समय पूजा करने वाले बंदी पूरे श्रद्धा और आस्था पूर्वक पूजा किया। सभी बंदी काफी प्रसन्न नजर आ रहे थे।
टुसू पूजा करने वालो में मुखलाल महतो, महेन्द्र मांझी, छोटू मांझी, सचिन महतो, आकाश वर्मा, मंशु प्रजापति, छत्रु महतो, मनोज गुप्ता, गोपाल राम, राजू महतो सहित कई बंदी मौजूद थे। वहीं पुजा को लेकर तैयारी में जेल में कार्यरत विजय कुमार सहित जेल कर्मीयों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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