सीसीएल बीएंडके में त्रिपक्षीय खान सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न

शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को लेकर सुरक्षित उत्पादन करें-डीएमएस

एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में करगली स्थित आफिसर्स क्लब में सीसीएल बीएंडके क्षेत्र द्वारा त्रिपक्षीय खान सुरक्षा समिति की बैठक 12 जनवरी को आयोजित किया गया। बैठक में डीएमएस, क्षेत्रीय प्रबंधन व् क्षेत्रीय सुरक्षा समिति सदस्य गण शामिल हुए। अध्यक्षता कोडरमा रिजन के डीएमएस एन पी देवरी और संचालन एसओ सेफटी कुमार सौरभ ने किया।

इस अवसर पर खान सुरक्षा महानिदेशालय कोडरमा रिजन के डीएमएस एन पी देवरी और सीसीएल मुख्यालय रांची के जीएम सेफ्टी आर के सिंह, क्षेत्र के महाप्रबंधक के. रामाकृष्णा ने दीप प्रज्जवलन कर बैठक की शुरूआत की। कोल इंडिया कार्पोरेट गीत के पश्चात क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी कुमार सौरभ सिंह ने स्वागत भाषण दिया। साथ ही उन्होंने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर डीएमएस देवरी ने खान सुरक्षा निदेशालय द्वारा निर्धारित खान सुरक्षा नियमों के क्रियान्वयन और परिपालन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रबंधन शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को लेकर सुरक्षित उत्पादन करें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को नजरअंदाज कर कोयला उत्पादन कामगार की मौत का कारण बन सकता है। प्रबंधन सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए ही कोल उत्पादन करें, ताकि कोई भी कामगार मौत का शिकार न हो।

देवरी ने कहा कि ब्लास्टिंग को लेकर लगातार शिकायत मिलती रहती है। जो गंभीर समस्या है। इसका निदान किया जाना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र से वायु प्रदूषण का काफी शिकायत मिल रही है। क्षेत्र के महाप्रबंधक रामाकृष्णा ने डायरेक्टर माईन्स सेफ्टी को आश्वस्त किया कि क्षेत्र में सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए ही कोयला उत्पादन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि बैठक में सुरक्षा को लेकर जो सुझाव सामने आए हैं, उन पर अमल करते हुए शून्य दुर्घटना के लक्ष्य के साथ सुरक्षित उत्पादन करते हुए लक्ष्य को हासिल किया जाएगा। आयोजित त्रिपक्षीय बैठक में पूर्व के बैठक में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन और परिपालन की समीक्षा की गई।

एरिया सेफ्टी बोर्ड सदस्यों ने खनन क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा गया कि माइनिंग सरदार और ओवरमैन की कमी है। इसके बावजूद यहां दुर्घटना की दर काफी कम है। यह यहां की सतर्कता का ही परिणाम है। इसे बरकरार रखने की जरुरत है।

कहा गया कि खदानों में सुरक्षा के लिए कामगारों को लगातार सुरक्षा संबंधी जानकारी दी जाए। खदानों में सुरक्षा, घर में सुरक्षा, रास्ते में सुरक्षा सहित हाईवाल की समस्या का निदान करने, प्रत्येक परियोजना में हॉल रोड दुरुस्त करने, समुचित लाइट की व्यवस्था करने, पेयजल और प्रदूषण की दुरुस्त व्यवस्था करने आदि बातें विस्तार पूर्वक रखी गयी।

अंकेक्षण पर डीडीएमएस माइनिंग नरेश तेजावत, डीएमएस इलेक्ट्रिकल आनंद अग्रवाल, डीडीएमएस इलेक्ट्रिकल प्रवीण कुमार सहित कारो पीओ मनोज कुमार सिंह, एकेकेओसीपी पीओ केएस गैवाल, बोकारो कोलियरी पीओ अरविन्द कुमार शर्मा, जीएम माइनिंग केडी प्रसाद, एएफएम ज्ञानेंदु चौबे, महाप्रबंधक ईएंडएम गौतम महंती, एसओ सिविल सतीश सिंहा, एसओ उत्खनन प्रवीण कुमार, एसओ पीएंडपी शंभू कुमार झा, एसओ एमएम कथिरवेल, रेवेन्यू अधिकारी बीके ठाकुर, एटीओ सत्येंद्र कुमार, आदि।

सीएमओ डॉ संजय कुमार सिन्हा, प्रबंधक एकेकेओसीपी सुमेधा नंदन, कारो मैनेजर जीएन सिंह, बोकारो कोलियरी मैनेजर बलदेव प्रसाद साहू, जीएसटी भविष्य भारती के अलावे सुरक्षा समिति सदस्य ओमप्रकाश सिंह उर्फ टीनू सिंह, सुशील सिंह, अभाष चंद्र गांगुली, सुरेश प्रसाद शर्मा, विनय पाठक, मनोज पासवान, अनिल कुमार सिंह, दीपक कुमार आदि मुख्य रूप से शामिल थे।

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