प्रहरी संवाददाता/सोनपुर (सारण)। साहित्यिक संस्था प्रायाणिक के सौजन्य से बीते 16 अप्रैल को सारण जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के तत्वाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ढाई आख़र प्रेम का पुस्तक का लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम में शिक्षाविद साहित्यकार ब्रिजेंद्र कुमार सिन्हा द्वारा लिखित पुस्तक ढाई आखर प्रेम के के लोकार्पण में कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर फारुख अली, साहित्यकार ममता मेहरोत्रा, प्रो. के के द्विवेदी, स्वामी देवानंद महाराज, डॉ उषा वर्मा, प्रो. सुधा बाला, प्रो. अनिता, डॉक्टर वैद्यनाथ मिश्र, प्रो. चंदन श्रीवास्तव, डॉ ललन पांडेय, प्रो. एच के वर्मा, बबन सिंह, हरिशंकर प्रसाद, एच के चौबे, श्वेता गजल, प्रीति वर्मा, ऐषना, पीयूष रंजन आजाद व अन्य शामिल थे।
उक्त जानकारी 19 अप्रैल को मुजफ्फरपुर की कवियित्री व् साहित्यकार सविता राज ने दी। उन्होंने बताया कि प्रायाणिक के उपाध्यक्ष शंभू कमलाकर ने साहित्यकारों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में ढाई आखर प्रेम के विषय का प्रतिपादन डॉ ललन पांडेय, डॉ श्याम शरण ने किया।
माल्यार्पण के साथ पुस्तक के विषय प्रवेश का अनुशीलन प्रो. उषा वर्मा, डॉ सुधा बाला, डॉ चंदन श्रीवास्तव, प्रोफेसर डॉ अशोक कुमार मिश्र व अन्य ने किया। कुलपति ने कहा कि जिंदगी में कई आयाम हैं। जिंदगी अपने कर्म से आगे बढ़ती हैं। पुस्तक अविस्मरणीय है। हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं। विशिष्ट अतिथि ममता मेहरोत्रा ने कहा कि वे नारीत्व के ऊपर लेखक के विचारों से काफी प्रभावित है। लेखक की पुस्तक तथ्यपरक व प्रभावशाली है।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्रोफेसर के के द्विवेदी ने पुस्तक के कई आलेखों को रेखांकित किया। वक्ताओं ने कहा कि पुस्तक में प्रेम को नई ऊंचाई, कई पहलुओं से प्रदान की गई है। प्रखर पुंज, परितोष पीयूष ने अपनी कविता से पुस्तक की उपादेयता को उद्घाटित किया। इस अवसर पर अन्य उपस्थित विद्वानों में कमल सिंह, अजय शामिल थे।
163 total views, 4 views today