मादक पदार्थ तस्करी में युवक को फंसाने के आरोप में दरोगा गिरफ्तार

अवैध शराब और मादक पदार्थ के धंधे से वैशाली के युवा हो रहे बर्बाद

गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार में पूर्ण शराब बंदी कानून लागू है, फिर भी प्रशासन अवैध शराब के धंधे को काबू करने में नाकाम है। वैशाली जिला अवैध शराब के धंधेबाजों के लिए स्वर्ग माना जाता है। कई जिले से होकर अवैध शराब का खेप इस जिले में पहुंचता है। अवैध शराब के धंधे में प्रशासन की संलिप्तता भी देखने सुनने को मिलती है।

ज्ञात हो कि, पूर्व में वैशाली जिले के कई पुलिस पदाधिकारी पर अवैध शराब के धंधे में लिप्त होने पर उनके विरुद्ध कार्यवाही भी हुई है। वैसे पुलिस अधिकारी जेल भी जा चुके हैं। वर्तमान आरक्षी अधीक्षक के आने के बाद आरक्षी अधीक्षक के निर्देश पर वैशाली जिले की पुलिस अवैध शराब के धंधे और शराब पीने वालों पर कार्यवाही भी कर रही है, लेकिन धंधेबाज और पीने वाले मानने को तैयार नहीं है।

प्रतिदिन धंधेबाज और पीने वाले गिरफ्तार होकर जेल पहुंच रहे हैं। जिले में मादक पदार्थ यथा चरस, गांजा, कोटा की पुरिया आदि का भी धंधा की वजह से युवा वर्ग नशे के शिकार हो रहे हैं। जिले की पुलिस मादक पदार्थ के तस्करों पर कार्यवाही भी करती है, लेकिन छोटे-मोटे धंधेबाज पुलिस के गिरफ्त में आते हैं, लेकिन बड़े तस्कर पकड़े नहीं जा रहे हैं।

गत 1 अक्टूबर को वैशाली नील के हद में विदुपुर थाने की पुलिस ने 91 मादक पदार्थ कोटा की पुरिया के साथ 13 धंधेबाजो को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। बताया जाता है कि सभी धंधेबाज कम उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच के हैं। इसके पूर्व भी मादक पदार्थ के सेवन और बिक्री के आरोप में कई युवा गिरफ्तार हो चुके हैं। जिले के युवाओं के बीच कोटा की पुरिया का प्रचलन बढ़ रहा है। जिले के युवाओं को नशे की लत ने गिरफ्त में ले लिया है।

बिदुपुर थाने से ही एक घटना प्रकाश में आई है, जिसमें बताया गया है कि मादक पदार्थ के तस्कर से मिलकर एक निर्दोष युवक को कोटा मादक पदार्थ की तस्करी में फंसाने की साजिश रचने के आरोपित बिदुपुर थाने के सहायक अवर निरीक्षक (एएसआइ) शिवशंकर यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बताया जाता है कि बीते 6 अक्टूबर को एएसआइ यादव एक व्यक्ति को पकड़ कर थाना पहुंचे और जानकारी दी कि उसके पास से 29 डिब्बी कोटा बरामद किया गया है।

थानाध्यक्ष ने जब एएसआइ से मादक पदार्थ जब्त करते समय साक्ष्य के तौर पर वीडियो बनाने के संबंध में जानकारी मांगी, तो उन्होंने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। इसकी जानकारी थानाध्यक्ष ने एसपी को दी और जानकारी मिलते ही एसपी ने मामले की जांच के लिए डीएसपी रैंक के अधिकारी को निर्देश दिया। जांच के दौरान पता चला कि थाना क्षेत्र के बालाटांड़ गांव में दो अगस्त को पूर्व के विवाद में दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी।

मामले में दोनों पक्षों ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी। उसी मामले में एक पक्ष के आरोपित रवि कुमार को बचाने तथा दूसरे पक्ष के आरोपित सुभाष पासवान को फंसाने के लिए विपिन राय ने केस के आइओ एएसआई शिवशंकर यादव को बिदुपुर स्टेशन रोड में पुलिया के पास मादक पदार्थ दिया था। मामला वरीय अधिकारी के संज्ञान में आने के बाद एसपी ने आरोपित एएसआइ को सस्पेंड करते हुए गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था। एसपी के निर्देश पर एएसआइ तथा आरोपित विपिन राय को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए दोनों को जेल भेज दिया गया है।

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