प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। झारखंड के प्रवासी मजदूरों के मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। इस क्रम में गिरिडीह जिला के हद में बगोदर के मजदूर की अफ़्रीका के दक्षिण-पूर्व में स्थित मोजाम्बिक में मौत की खबर आई है।
बताया जाता है कि झारखंड के मजदूर 47 वर्षीय प्रेमचंद महतो की मौत बीते 4 मई को मोजाम्बिक में हो गयी। यह सूचना मिलते ही मृतक के घर में मातम छा गया।
जानकारी के अनुसार गिरिडीह जिला के हद में बगोदर थाना क्षेत्र के अंबाडीह रहिवासी स्वर्गीय ठाकुर दायल महतो के 47 वर्षीय पुत्र प्रेमचंद महतो की मोजाम्बिक में मौत हो गयी। मौत की वजह का अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाया है।
मृतक केईसी इंटरनेशनल कंपनी में काम करता था। मृतक अपने पीछे विधवा माता टेकनी देवी, पत्नी भगिया देवी सहित दो पुत्र है नरेश कुमार (24 वर्ष) और टेकलाल कुमार(20 वर्ष) को छोड़ गया है।
प्रेमचंद महतो के मौत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण रहिवासी भी शोक में हैं। इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने 5 मई को संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों के मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई प्रवासी मजदूरों की मौत हो चुकी है।
अली ने कहा कि रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है। हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके के प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है।
प्रवासी मजदूरों की सबसे ज्यादा तादाद झारखंड के गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिले से है। ऐसे में सरकार को रोजगार की ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि झारखंड के मजदूरों का पलायन रोका जा सके।
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