परिवार नियोजन में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मी हुए पुरस्कृत
प्रहरी संवाददाता/सोनपुर (सारण)। स्वास्थ विभाग का मुख्य उद्देश्य प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरसीएच) को विस्तारित करना है। परिवार नियोजन के साथ इसका समानांतर संबंध है। इसके चक्र में गर्भवती महिला, एएनसी, संस्थागत प्रसव और पूर्ण टीकाकरण सहित परिवार नियोजन भी आता है। इन सभी सेवाओं का लाभ दिलाने में आशा कार्यकर्त्ता और एएनएम की महत्ती भूमिका है।
उक्त बातें 18 मार्च को वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर स्थित डीआरसीसी में जिला सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने स्वास्थ्य कर्मी और पदाधिकारियों के उन्मुखीकरण के दौरान कही। महनार में परिवार नियोजन के आंकड़ों पर चिंता जताते हुए सीएस ने कहा कि जिले के स्वास्थ्य केंद्रों के अंदर जितने भी सर्जन चिकित्सक हैं, सभी को परिवार नियोजन के ऑपरेशन में अपना सहयोग देना चाहिए।
मौके पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मनोज कुमार ने कहा कि अभी चल रहे परिवार नियोजन सेवा पखवाड़े में मिले लक्ष्य को गंभीरता से लेते हुए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपना शत प्रतिशत दें, ताकि देश के परिवार नियोजन कार्यक्रम में जिले की भी अहम भूमिका बनी रहे। इसके अलावा आशा कार्यकर्त्ता को उनके वार्षिक लक्ष्य एवं परिवार नियोजन के लिए बेहतर कार्य करने को कहा गया। वहीं एएनएम को अनमोल ऐप की भी जानकारी दी गयी।
उन्मुखीकरण कार्यक्रम के दौरान परिवार नियोजन में बेहतर कार्य करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को सिविल सर्जन डॉ प्रसाद ने पुरस्कृत किया। सबसे ज्यादा पुरस्कार वैशाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को दिया गया। उक्त स्वास्थ्य केंद्र ने एनएसभी में तीसरा, पीएएस में पहला, पीपीआईयूसीडी में पहला, अंतरा में दूसरा स्थान पाकर सबसे ज्यादा पुरस्कार बटोरे। उसके बाद सदर अस्पताल महुआ, आदि।
पटेढ़ी बेलसर ने पुरस्कार झटके। सदर अस्पताल हाजीपुर ने पीपीएस में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा परिवार नियोजन में सहयोग करने वाली संस्था को भी पुरस्कृत किया गया। केयर इंडिया के डीटीएल सुमित कुमार को भी पुरस्कृत किया गया।
इसके अलावे एफआरएचएस, जननी, डब्ल्यूएचपी और देव सेवाश्रम को भी पुरस्कृत किया गया। मौके पर सीएस डॉ श्यामनंदन प्रसाद, डीपीएम डॉ मनोज कुमार, डीसीएम निभा रानी सिन्हा समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
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