जगह-जगह आयोजित किया गया देवी सरस्वती की पुजा
फिरोज आलम/जैनामोड़(बोकारो)। जैनामोड़ (Jainamod) व आसपास के क्षेत्रों में छात्र छात्राओं के द्वारा मां सरस्वती पुजा वसंत पंचमी (अवसर t Panchami)पर 16 फरवरी को मनाया गया। हिंदू कैलेंडर के अनुसार बसंत पंचमी का त्यौहार माघ मास शुल्क पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा करने से विद्यार्थियों को ज्ञान, वानी, बुद्धि, विवेक और विद्या का वरदान होता है।
बसंत पंचमी के त्यौहार पर यजमान पीले वस्त्र पहनकर पूजा करते हुए देखे गए। साथ हीं पीले रंग के फूलों से मां सरस्वती की पुजा किया गया। बसंत पंचमी के दिन से ही सबसे सुहाने मौसम बसंत ऋतु की शुरुआत मानी जाती है। सरस्वती पुजा में खासकर बैर, मीठा आलू(केसौर), गाजर,मटर छीमी, बूंदीया, खीर, खिचड़ी आदि का भोग लगाया जाता है।
जरिडीह प्रखंड के हद में गायछंदा पंचायत निवासी छात्र मिथिलेश कुमार महतो ने कहा कि सनातन धर्म में सरस्वती पूजा का विशेष महत्व है। देवी सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है। ज्ञान, वाणी, बुद्धि, विवेक,
विद्या और सभी कलाओं से परिपूर्ण मां सरस्वती की इस दिन पूजा अर्चना की जाती है। ऐसा करने से पूरे विद्यार्थी जीवन में मां सरस्वती की कृपा बनी रहती है। शिक्षा में आशातीत सफलता प्राप्त होती है। मौके पर सोनू कुमार, सुनील कुमार, मिथिलेश कुमार, रितेश कुमार, दिलीप कुमार, धीरेंद्र कुमार, लक्ष्मी कुमारी, प्रिया कुमारी, सपना कुमारी, आदि छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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