शीतलेश्वर महादेव मंदिर की महिमा अपरंपार

पुरुषोत्तम मास में भक्तों की यहां उमड़ रही भीड़

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में दिघवारा प्रखंड के शीतलपुर बाबू टोला ब्रह्म स्थान में मही नदी बांध किनारे स्थित शीतलेश्वर महादेव मंदिर में श्रावण माह की चौथी सोमवारी के अवसर पर 31 जुलाई को हजारों भक्तों ने जलाभिषेक किया।

ब्रह्मर्षियों द्वारा स्थापित बाबा शीतलेश्वर महादेव की महिमा अपरंपार है। मंदिर के गर्भगृह में बाबा शीतलेश्वर शिव लिंग स्थापित है। ऐसी मान्यता है कि यहां बाबा के चरणों में सम्पूर्ण समर्पण भाव से नतमस्तक होने और विधि विधान से पूजा, जलाभिषेक आदि करने वालों का मन और आत्मा पवित्र हो जाता है। उनमें समरस समाज की स्थापना का भाव भी जगता है।

भक्तों ने यहां अग्निगर्भा पवित्र मही नदी में स्नान कर जलाभिषेक एवं पूजा अर्चना की। यह मंदिर छपरा नवीन बाईपास पर शीतलपुर पीरगंज से महज एक किलो मीटर पश्चिम मही नदी किनारे स्थित है। यहां ब्रह्म स्थान भी बना हुआ है, जिसकी पिंडी की पूजा रोज होती है। वर्षो पुराने मंदिर का जीर्णोद्धार इसी वर्ष आचार्य विवेकानंद तिवारी के मार्ग दर्शन में संपन्न हुआ।

यहां प्रतिवर्ष सावन माह के पूर्णिमा को भक्तों द्वारा पूजा दिया जाता है। इस पूजा की तैयारी भगत द्वारा पहले से ही शुरु कर दी जाती है। इस अवसर पर बड़ी भीड़ उमड़ती है। यह मंदिर बाबूटोला के पश्चिम उत्तर मध्य में मही नदी के बांध से सटा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि आज से 121 वर्ष पहले ब्रह्मर्षि स्व.नाथु बाबा के वंशजों की जमीन पर स्व .बिजन सिंह द्वारा शिव मंदिर और ब्रह्म स्थान का निर्माण कराया गया था।

ग्रामीण बताते हैं कि इस मंदिर के गर्भ गृह में हरिकान्त सिंह, प्रेमा देवी द्वारा मूर्ति स्थापित किया गया है। मंदिर का मुख्य द्वार पूर्व की ओर है। ठीक शीतलेश्वर महादेव के सामने नंदी महाराज की भी मूर्ति स्थापित है। संत बालेश्वर जी महाराज द्वारा हर मंगलवार को यहां प्रवचन दिया जाता है।

मालूम हो कि शिव लिंग, नंदी एवं बजरंगबली की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा में यहां भारी भीड़ उमड़ आई थी। बीते 10 जून को जल यात्रा एवं वेदी निर्माण संपन्न किया गया था।जबकि पंचांग पूजन 11 जून को हुआ। 12 जून को अधिवास पूर्ण एवं मूर्तियों का नगर भ्रमण का कार्य हुआ। 13 जून को प्राण प्रतिष्ठा एवं अष्ट्याम प्रारम्भ हुआ। 14 जून को यज्ञ की पूर्णाहुति हुई। महाभंडारा का कार्यक्रम 15 जून को संपन्न हुआ था। यज्ञाचार्य बसंत निवासी पंडित विवेकानंद तिवारी के नेतृत्व में सभी विधि विधान संपन्न कराया गया था।

मंदिर निर्माण में है इनकी सहभागिता

बाबा शीतलेश्वर महादेव मंदिर निर्माण और सहयोग में वैसे तो शीतलपुर बाबू टोला के सभी वाशिंदों की किसी न किसी रुप में सहभागिता रही है, परंतु हरिकांत सिंह, सुधीर सिंह, ओमप्रकाश सिंह, रामनाथ सिंह, जितेन्द्र सिंह, बमबम सिंह, प्रशांत सिंह, रामसरेख सिंह, कुशेश्वर सिंह, राजेश सिंह, प्रेम रंजन, चुन्नी देवी, चंदन कुमार, अंशु कुमार सिंह, अनिमेश सिंह, आदि।

जयराम सिंह, मदन शर्मा, अमरेश सिंह , बुलेट सिंह, अनिल सिंह, रामकुमार सिंह, डॉ पप्पू कुमार, टिंकू कुमार, चिट्टू कुमार सिंह, मृत्युंजय सिंह आदि का नाम विशेष उल्लेखनीय है।
श्रद्धालु साकेत कुमार प्रेम (चंदन जी) का कहना है कि मंदिर निर्माण पर लगभग पच्चीस से छब्बीस लाख रुपए खर्च हुए।

यहां श्रावण माह और पुरुषोत्तम मास की चौथी सोमवारी के अवसर पर सोमवार को हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा शीतलेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया। एक ओर जहां ॐ नमः शिवाय का मंत्र जाप भी चल रहा था तो दूसरी ओर जय भोले शंकर का नारा भी गूंज रहा था। इस मंदिर में शर्मा टोला के अलावा मही नदी के उस पार के ग्रामीण रहिवासी भी पूजा अर्चना करने आते हैं।

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