सीआईएल व् डीवीसी चेयरमैन के साथ वार्ता का पत्र के बाद चक्का जाम आंदोलन स्थगित
एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। गिरिडीह सांसद के नेतृत्व मे 27 नवंबर को 21 सूत्री मांगो को लेकर बेरमो कोयलांचल के ढ़ोरी, बीएंडके और कथारा क्षेत्र से कोयला उत्पादन व डिस्पैच ठप कर दिया गया। जिससे कोयला उत्पादन और डिस्पैच प्रभावित रहा।
जानकारी के अनुसार लगभग 8 घंटे बाद सीसीएल के निदेशक तकनीकी बी. साईराम ने एक पत्र निर्गत की, जिसमें आगामी 2 दिसंबर को कोलकाता मे सीआईएल के चेयरमैन और 3 दिसंबर को डीवीसी चेयरमैन के साथ वार्ता होगी। पत्र मिलने के बाद सासंद ने चक्का जाम आंदोलन को स्थगित कर दिया।
बताते चले कि उक्त चक्का जाम आंदोलन से सीसीएल डिपार्टमेंटल और आउटसोर्सिग कंपनी को करोड़ों का नुकसान होने का अनुमान है। बताया जाता है कि सांसद समर्थक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत परियोजना क्षेत्र में पहुंचकर कोयला उत्खनन में लगे मशीनों को बंद करा दिया। तत्पश्चात कोयले के भंडार से हो रहे डिस्पैच कार्य को भी ठप करा दिया।
इससे बेरमो कोयलांचल के सीसीएल परियोजना में कोयला उत्पादन व डिस्पैच ठप्प रहा। विस्थापितों का नेतृत्व कर रहे गिरिडीह सांसद अमलो चेक पोस्ट के समीप खुद विस्थापित के साथ बैठकर छउ नृत्य घंटो देखते रहे। सांसद ने कहा कि विस्थापितों के साथ अत्याचार किया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
कहा कि जब तक विस्थापितों के अधिकार की बात नहीं होगी, तब तक आंदोलन चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि 21 सूत्री मांग पत्र सीसीएल के महाप्रबंधक समेत प्रशासनिक अधिकारियों को दिया गया था, लेकिन इस पर प्रबंधन की ओर से कोई पहल नहीं की गई।
सीसीएल अघिकारी ने सांसद को वार्ता करने का अनुरोध किया लेकिन वे तैयार नही हुए। ढ़ोरी जीएम एम के अग्रवाल ने आंदोलनकारी को वार्ता के लिए बुलाया था लेकिन नहीं आए। जीएम अग्रवाल ने कहा कि आज भी हम वार्ता के लिए तैयार है।
मौके पर बेरमो सीओ संजीत कुमार, बीडीओ मधु कुमारी, सीसीएल मुख्यालय के मुख्य सुरक्षा पदाधिकारी विक्रांत कुमार सिंह, पीओ के आर सत्यार्थी, आजसू नेत्री यशोदा देवी, विस्थापित नेता काशीनाथ सिंह, संतोष महतो, नरेश महतो, सुरज महतो, महेंद्र चौधरी, सुरेश महतो, दीपक महतो, बीरु गिरी, चिंतामणि महतो सहित काफी संख्या में सीसीएल सुरक्षा दल, पुलिस, सीआईएसएफ और प्रशासनिक अधिकारी मुख्य रूप मे उपस्थित थे।
92 total views, 1 views today