मांदर की थाप पर थिरकी पूर्व विधायक
रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के विभिन्न इलाकों में 11 अप्रैल को धूमधाम के साथ सरहुल पर्व मनाया गया। इस अवसर पर आदिवासी समुदाय के महिला पुरुष द्वारा विधिवत पूजा कर मांदर की थाप पर नृत्य प्रस्तुत किया गया।
जानकारी के अनुसार गोमियां विधायक डॉ लम्बोदर महतो कसमार प्रखण्ड के हद में दुर्गापुर पंचायत के टोला मेढा पुरना जारा में सरहुल पर्व समारोह में शामिल हुए। उन्होंने मांदर भी बजाया और सभी को सरहुल की बधाई दी।
इस अवसर पर विधायक डॉ महतो ने कहा कि सरहुल पर्व खुशियों का पर्व है। मोके पर इन्द्रनाथ मांझी, उप मुखिया पंचानन महतो, आजसू पार्टी सचिव उमेश कुमार महतो, तापेश्वर महतो, रिखी लाल महतो, जीतू महतो, नेवाराम महतो, चितरंजन महतो, रूपेश महतो, उमेश कुमार महतो सहित सैकड़ो गणमान्य सरहुल पर्व में शामिल हुए।
दिशोम बाहा सारहुल परब झारखंडी संस्कृति की पहचान-बबीता देवी
एक अन्य समाचार के अनुसार दिशोम बाहा सरहुल परब के अवसर पर 11 अप्रैल को कसमार एवं पेटरवार प्रखंड के कई गांवों में सरहुल महोत्सव का आयोजन किया गया। मेढ़ा गांव में संथाल धोरोम संसार गांवता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर आदिवासी महिला एवं पुरुष पारंपरिक सरहुल संथाली गीतों की धून पर खूब थिरके।
इस अवसर पर गोमियां की पूर्व विधायक बबीता देवी भी आखड़ा में महिलाओं के साथ नृत्य की। इससे पूर्व मांझी नायके से सखुआ फूल देकर आशीर्वाद लिया और सरहुल थान में मत्था टेका। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरहुल झारखंड का सबसे पवित्र त्योहार है।
सबसे मजबूत लंबा और अधिक समय तक जीवित रहने वाले सखुआ वृक्ष एवं धरती माता की पूजा होती है। जिससे यह प्राणी जगत संचालित है। उन्होंने कहा कि सरहूल त्योहार से हमें आने वाले कृषि कार्य समय के लिए कितने मात्रा में पानी बरसेगा इसका भी अंदाजा लगाकर पर्याप्त जलवृष्टि की याचना प्रकृति से करते हैं।
कार्यक्रम में मुखिया अमरेश कुमार महतो, उपमुखिया पंचानन महतो, सनातन महतो, मिथलेश महतो, महेश शर्मा आदि भी पंहुचे थे। मौके पर आयोजन कमेटी के इन्द्रनाथ मरांडी, संतोष टुडू, दिनेश मुर्मू, दिनेश मांझी, रामप्रसाद मरांडी, सुलेखा टुडू, दशमी देवी, पुष्पा देवी, नरेश महतो आदि मौजूद थे।
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