सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में गुवा में स्थित बीआरपीएल कंपनी के खिलाफ पिछले 4 दिनों से निरंतर जारी आंदोलन को अधिकारियों के साथ 11 जुलाई को सकारात्मक वार्ता के बाद समाप्त किया गया।
आयोजित वार्ता में कंपनी के अधिकारी श्रीपति एवं परीडा के अलावे आंदोलन आंदोलनकारी पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा, दिरीबुरु पंचायत के मुखिया गंगाधर चातोम्बा, वार्ड सदस्य अनीता पूर्ति, विजय बोदरा, सोमा चाम्पिया, दुनिया पूर्ति, दुम्बी चाम्पिया, अर्जुन आदि शामिल थे।
ग्रामीणों की मांग थी कि कंपनी पूरे क्षेत्र में प्रदूषण फैलाकर झारखंड की जंगलों, प्राकृतिक जल श्रोतों, नदी-नाला को प्रदूषित व ग्रामीणों को विभिन्न बीमारियों से ग्रसित करना बंद करे। कंपनी जहां अपना डैम बनाई है, वहां के 3-4 परिवारों का पक्का मकान बनाकर दे।
बोकना क्षेत्र के लगभग 20 बेरोजगारों को कंपनी में स्थायी नौकरी, अन्य बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ना, बोकना क्षेत्र के रहिवासियों के लिये एक एम्बुलेंस व समय समय पर चिकित्सा शिविर का आयोजन, पारम्परिक पर्व-त्योहार व कार्यक्रम का आयोजन हेतु सामुदायिक भवन, शिक्षा, शुद्ध पेयजल, प्रदूषण नियंत्रण आदि की सुविधा उपलब्ध कराया जाये। कंपनी ने लगभग सभी मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया।
साथ हीं एक सप्ताह के अंदर इस दिशा में कार्य प्रारम्भ करने की बात कही। उल्लेखनीय है कि आंदोलनकारियों ने कंपनी का माल ढुलाई कार्य को बीते 8 जनवरी की सुबह लगभग 9 बजे से बंद कर दिया था। सकारात्मक वार्ता के बाद 11 जनवरी को आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गयी।
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