निजीकरण के विरोध में जारंगडीह रेलवे स्टेशन पर सीटू का प्रदर्शन

बिजली और रेलवे निजीकरण की नीति विनाशकारी-भागीरथ शर्मा

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। केंद्रीय श्रमिक संगठन सीटू और अखिल भारतीय किसान सभा के देश व्यापी आह्वान पर रेलवे और बिजली का निजीकरण के खिलाफ बोकारो जिला के हद में जारंगडीह रेलवे स्टेशन पर सीटू से संबद्ध एनसीओइए द्वारा 3 नवंबर को प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर स्टेशन प्रबंधक के माध्यम से केंद्र सरकार को मांग पत्र सौंपा गया।

इस अवसर पर सीटू के बोकारो जिला कार्यकारी अध्यक्ष भागीरथ शर्मा ने कहा कि रेलवे और बिजली का निजीकरण केंद्र की मोदी सरकार की नीतियां विनाशकारी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बिजली का निजीकरण कर स्मार्ट मीटर लगाया लगाया जा रहा है।

जिसके लागू होने पर आम जनता के लिए बिजली पहुंच से बाहर होगी। वहीं आम जनता की जीवन रेखा कही जाने वाली भारतीय रेल अडानी, अंबानी की जागीर होगी। जिससे रेल किराया में भारी वृद्धि एवं सुविधाओं मे कटौती, माल भाड़ा में बढ़ोत्तरी से मंहगाई में बढ़ेगा। उन्होंने रेलवे और बिजली में रिक्त पदों पर बहाली नहीं करना सरकार की नाकामी बताया।

साथ हीं कहा कि वर्ष 1990 में देश में उदारीकरण कि नीतियां लायी गयी पर 2014 के बाद मोदी सरकार ने इसे जिस तेजी से लाया, इससे देश की पूरी अर्थ व्यवस्था चरमरा गई है। शर्मा के अनुसार देश के सभी सार्वजनिक उपक्रम को कौड़ीयों के भाव कार्पोरेट के हवाले किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज निजीकरण के खिलाफ लगातार और बड़े आंदोलन की जरूरत है।

इस अवसर पर एनसीओइए बीएंडके क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव विजय कुमार भोई, कथारा क्षेत्रीय अध्यक्ष श्याम बिहारी सिंह दिनकर, ढोरी क्षेत्रीय सचिव गोवर्धन रविदास, बीएंडके क्षेत्रीय अध्यक्ष मनोज पासवान, कथारा क्षेत्रीय सहायक सचिव कमलेश गुप्ता ने स्टेशन प्रबंधक को मांग पत्र सौंपा।

प्रदर्शन सभा की अध्यक्षता विजय कुमार भोई ने की। मौके पर मुख्य रूप से एनसीओईए जारंगडीह शाखा सचिव निजाम अंसारी, मेहतरू, नरेश राम, श्याम नारायण सतनामी, दिना केवट, खास महल शाखा अध्यक्ष किष्टो मंडल, सचिव सुरेश प्रसाद, बोकारो कोलियरी शाखा सचिव शिवशंकर तांती आदि शामिल थे।

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