असैनिक विभाग को श्रमिकों के वेलफेयर कार्य की चिंता नहीं-अजय
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। सीसीएल प्रबंधन उत्पादन के साथ-साथ सुरक्षा एवं श्रमिकों के वेलफेयर कार्यों का भी जवाबदेही के साथ दायित्व का निर्वाह करता रहा है। प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपया खर्च होने के बावजूद श्रमिकों के आवासीय परिसर कॉलोनी रोड, गार्बेज एवं नाली की सफाई अत्यंत ही नाजुक स्थिति में है। ना तो कोई ठोस कार्य योजना न हीं कोई कार्य संस्कृति है। प्रत्येक कॉलोनीयों या मुख्य सड़क पर नाली और बरसात का पानी मुख्य सड़क से गुजरता है।
परिणाम स्वरूप रोड तो जर्जर होता ही है। राहगीरों को भी अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। सिर्फ और सिर्फ कार्य योजना और कार्य संस्कृति की व्यवस्था पर सवालिया निशान है। असैनिक विभाग की लापरवाही से श्रमिक आवासो की हालत जर्जर है।
इस संदर्भ में इंटक से संबद्ध राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन कथारा क्षेत्रीय अध्यक्ष व् बेरमो विधायक प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह द्वारा संबंधित विभाग को जानकारी दिए जाने के बावजूद भी श्रमिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। यह अत्यंत ही दुख का विषय है। बार-बार लिखित एवं मौखिक अनुरोध को भी नजरअंदाज कर मनमाने ढंग से कार्य करना असैनिक विभाग के रूटीन में शुमार हो गया है।
राकोमयू क्षेत्रीय अध्यक्ष सिंह के अनुसार कथारा क्षेत्र के असैनिक विभाग को श्रमिकों के वेलफेयर कार्य की चिंता नहीं है। इसलिए इस मामले को सीसीएल के सीएमडी, निदेशक कार्मिक को अवगत कराते हुए निराकरण की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने की उन्होंने मांग की है।
साथ हीं कहा कि समय रहते उपरोक्त समस्याओं का निराकरण संभव नहीं हो पाया तो संगठन द्वारा श्रमिक हितों की रक्षा व वेलफेयर कार्यों की प्राथमिकता को सुनिश्चित करने के लिए संगठन द्वारा चरणबद्ध आंदोलन निर्धारित किया जाएगा।
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