हज़ारों की संख्या में रहिवासी जुलूस ए मोहम्मदी में हुए शामिल
एन. के. सिंह/फुसरो(बोकारो)। बोकारो जिला के हद में बेरमो कोयलांचल में मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा जगह जगह जश्ने ईद मिलादुन्नबी का आयोजन किया गया। जिसमें जरीडीह बाजार, फुसरो, कुरपनिया, कथारा, जारंगडीह, अमलो, सुभाष नगर, आदि।
रज़ा नगर, घुटियांटांड, बाटा गली, पटेल नगर, भेड़ मुक्का, राजा बेडा, चलकारी सहित पुरे बेरमो के विभिन्न शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भारी संख्या में लोग झंडे और डीजे के साथ जुलूस ए मोहम्मदी निकाली और नबी के शान में नारे लगाते और नातिया कलाम की सदा बुलंद करते हुए हुये चल रहे थे।
जानकारी के अनुसार सभी जुलूस करगली फुटबॉल मैदान पहुंचा, जहां जुलूस जलसे में तब्दील हो गया। यहां जलसे का आयोजन ऑल इंडिया मुस्लिम कमेटी के द्वारा किया गया। जहां सभी धर्मों के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।
जलसे को संबोधित करते हुए उलमाओं ने कहा कि ईद मिलादुन्नबी आज दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा मनाए जाने वाला खुशी का त्यौहार है। यह त्यौहार हजरत मोहम्मद के जन्म के अवसर पर मनाया जाता है। कहा गया कि हमारे नबी धार्मिक सहिष्णुता के प्रतीक और सौहार्द के संदेश वाहक थे। हजरत मोहम्मद ने पुरे दुनिया को इंसानियत और मोहब्बत का पैगाम दिए।
उन्होंने समाज में अज्ञानता के अंधेरों को मिटाया। हजरत मोहम्मद ने महिलाओं को इंसाफ दिलाया। मुसलमानों के बीच उंच, नीच का भेदभाव को मिटाया। लोगों को एक बनने और नेक बनने की नसीहत दी। उन्होंने पड़ोसियों के साथ अच्छा बर्ताव करने की सलाह दी। साथ हीं लड़ाई, झगड़ा, दंगा, फसाद से मुसलमानों को बचने की नसीहत दी।
तकरीर से पूर्व कई नातिया कलाम के शायरों ने एक से बढ़कर एक नबी की शान में नातिया कलाम पेश कर लोंगों को बांधे रखा। जलसे का संचालन निजामत मौलाना मुबारक हुसैन कर रहे थे। जलसा को सफल बनाने में ऑल इंडिया मुस्लिम कमेटी बेरमो के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई।
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