एस.पी.सक्सेना/पटना (बिहार)। महाकवि जयशंकर प्रसाद की पुण्यतिथि के अवसर पर बीते 15 नवंबर को जैन धर्मावलंबियों का प्रसिद्ध तीर्थस्थल राजगीर में महाकवि जयशंकर प्रसाद (Jaishankar Prasad) स्मृति भवन में लोक पंच (Lok Punch) द्वारा प्रस्तुत नाटक बेटी पढ़कर क्या करेगी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय रहिवासी सहित सैलानी उपस्थित होकर नाटक का लुफ्त उठाया।
इस संबंध में लोक पंच के सचिव व् लोकप्रिय कलाकार मनीष महिवाल ने 16 नवंबर को भेंट में बताया कि नाटक बेटी पढ़ कर क्या करेगी बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के कारण होने वाले दुष्परिणामों को दर्शाता है।
कैसे मां-बाप अपनी बेटियों को पढ़ाने लिखाने के बजाय उनकी शादी-ब्याह कर अपनी जिम्मेदारियों से पीछा छुड़ाने में लगे रहते है। उन्होंने कहा कि प्रस्तुत नाटक मे दिखाया गया है कि अगर लड़कियों को सही ढंग से शिक्षा-दीक्षा और मार्गदर्शन मिले तो वह समाज में एक मिसाल कायम कर सकती हैं।
इस नाटक में बताया गया है कि मुनिया जो बच्ची यानी नाबालिक है, वह अपने माता-पिता से अनुरोध करती है कि अभी उसका ब्याह ना करें तथा पढ़ने-लिखने की इजाजत दे। फिर भी मुनिया को जबरन शादी के मंडप पर बैठा दिया जाता है। महिवाल के अनुसार महिला शिक्षा का सशक्तिकरण नाटक का मुख्य उद्देश्य है।
प्रस्तुत नाटक में मंच पर कलाकार मनीष महिवाल, वीना गुप्ता, रजनीश पांडेय, उर्मिला कुमारी, कृष्ण देव, अजित कुमार, रोहित चंद्रवंशी, अभिषेक राज ने बेहतरीन किरदार निभायी, जबकि मंच से परे संयोजक संत रामचंद्र प्रसाद गुप्ता (बरौनी वाले), रूप सज्जा उर्मिला कुमारी, प्रेक्षागृह प्रभारी शंभू, कॉस्टयूम कृष्ण देव, प्रॉपर्टी प्रियंका सिंह, प्रस्तुति नियंत्रक दीपा दीक्षित, प्रकाश परिकल्पना राम प्रवेश, लेखिका नीरु कुमारी, निर्देशन स्वयं मनीष महिवाल ने संभाला।
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