अशोक सिंह/बगोदर (गिरिडीह)। गिरिडीह जिला (Giridih district) के हद में बगोदर थाना क्षेत्र के घंघरी टोल प्लाजा के पास बंगाल पुलिस के द्वारा मीनी गन फैक्ट्री उदभेदन के बाद मामले को लेकर भाजपा का तल्ख दिनों दिन गर्म दिख रहा है।
इसे लेकर बगोदर बस पड़ाव स्थित पार्टी कार्यालय में भाजपा के पूर्व विधायक नागेन्द्र महतो ने 28 सितंबर को कार्यकर्ताओ के साथ बैठक किया।
बैठक के दौरान पूर्व विधायक महतो ने मामले में भाकपा माले विधायक की चुप्पी पर तिखी प्रतिक्रिया वयक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बगोदर पूर्वी भाग के जिला परिषद सदस्य गजेन्द्र महतो व पुरन महतो के बेहद करीबी के घर में जिस प्रकार से पिस्टल निर्माण हो रहा था, उससे साफ है कि ये फैक्ट्री माले के संरक्षण व बगोदर विधायक के वरदहस्त में चलायी जा रही थी।
उन्होंने कहा कि माले का मकसद था कि हथियारों का निर्माण कर बगोदर विधानसभा क्षेत्र में दहशत का राज कायम करना। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बंगाल में सत्ताधारी पार्टी की तरफ से हथियारों के दम पर राजनीतिक हिंसा फैलाई जाती है और दूसरे विरोधी दल के कार्यकर्ताओं पर उत्पीड़न किया जाता है।उसी तर्ज पर बगोदर में भी माले इन हथियारों के दम पर विरोधियों को दमन करने की तैयारी में थी।
पूर्व विधायक ने कहा कि भाकपा माले अपने जन्म काल से हथियारबंद राजनीति की हिमायती रही है। 90 के दशक में बगोदर की जनता देख भी चुकी है, कि कैसे इस पार्टी और उनके लोगों ने हिंसा के जरिए दहशत का राज काम करने की कोशिश की थी।
लोकतंत्र की आड़ में गणतंत्र की हिमायती ये पार्टी राजनीति की वेश में एक तरह से उग्रवादी संगठन ही है। जिसका मकसद हथियारों के दम पर राजनीतिक रोटियां सेकना है।घंघरी की हथियार फैक्ट्री से इस बात की पुष्टि होती है।
जिस तरह से तालिबानी हथियार की बोली बोल रहे हैं। उसी तरह से हथियारों का स्टॉक बनाकर माले भी गोली की बोली बोलने की तैयारी कर रही थी। इस मामले को लेकर पूर्व विधायक ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और डीजीपी से मामले की गंभीरता से जांच कराने की मांग की है।
बैठक में सांसद प्रतिनिधि दुर्गेश कुमार, सुखदेव राणा, सुदीप जयसवाल, मंडल अध्यक्ष अशोक सोनी, राजु सिंह, बीरेन्द्र सिंह, नेमचंद सिंह, संजय महतो, दीपु मंडल, धर्मेन्द्र उर्फ चिकु, संतोष मंडल समेत कई भाजपायी शामिल थे।
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