आवागमन का दंश झेलने को मजबूर अंगवाली के ग्रामीण अजित जायसवाल/पेटरवार(बोकारो)। पेटरवार प्रखंड (Petarvar block) के हद में अंगवाली गाँव के उत्तरी दिशा में राज्य सरकार (State government) द्वारा दामोदर नदी पर बीते छह वर्ष पूर्व एक पुल निर्माण करके अंगवाली के निवासियों के लिये आवागमन की जटिल समस्या को तो दूर अवश्य किया गया है। आश्चर्य यह कि पुल के संपर्क-पथ को अबतक दुरुस्त नही करके लोगों को फजीहत में डाल दिया गया है।
बता दें कि वर्ष 2014 से 2016 के मध्य तक अंगवाली दुमुहानी घाट एवं सिंगारबेड़ा के बीच दामोदर नदी पर पुल निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया था। स्थानीय सिंगारबेड़ा बस्ती के कतिपय ग्रामीण रैयतों द्वारा पुल के उत्तरी छोर की भूमि को निजी बताकर उत्तरी दिशा की संपर्क-पथ के निर्माण में अड़चनें पैदा कर दिया। विवश होकर निर्माण कम्पनी मे0 मालती कांशट्रेक्शन को बीच मे ही कार्य छोड़ना पड़ा था। पुन: वर्ष 2017 से ही पुल पर आवागमन शुरू हुआ और काफी देर से 2018 के मध्य में तत्कालीन भाजपा सांसद रवींद्र कुमार पांडेय व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल के हाथों विधिवत उद्घाटन तो हो गया। घोर आश्चर्य कि किसी ने भी लंबित पड़े संपर्क-पथ निर्माण की जटिल समस्या को हल करने का प्रयास तक नही किया। परिणाम स्वरूप अंगवाली के ग्रामीण रहिवासियों को अबतक समाधान नहीं होने कारण रहिवासी बड़ी परेशानियों का दंश झेलते हुए फुसरो मुख्य पथ तक आवागमन कर रहे है।
मालूम हो कि शुरू में कथित पुल के उत्तरी दिशा में पुल से सटे क्षोर से सिंगारबेड़ा की सड़क को जोड़ने में मात्र 400 फिट की दूरी थी, जिससे लोग छोटे, बड़े वाहनों से आवागमन कर रहे थे। कुछ स्थानीय सिंगारबेड़ा के ग्रामीणों को यह रास नही आया। सिंगारबेड़ा के ग्रामीणों ने उक्त स्थल को बीचोबीच घोरावन व ईंट के दिवाल से घेर दिया।मजबूरन अंगवली,फुसरो,,ढोरी एवं समीपस्त ग्रामीणों को वहां से नदी किनारे होकर एक तिरछे व उबड़ खाबड़ मार्ग होकर आवागमन करना मजबूरी हो गया है। अन्य मौसम में तो इस परेशानी को किसी तरह झेल लेते है। वर्षा ऋतु के मौसम में तो लोग छोटे,बड़े चौपहिया वाहनों, बाईक आदि को पार करने में रो तक लेते हैं। और क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों को कोसने से बाज नही आते। खास यह कि सभी जन-प्रतिनिधि से लेकर सीसीएल के अधिकारी तक इस मार्ग से दर्जनों बार आवागमन कर चुके है और कर ही रहे हैं। अब अंगवाली के ग्रामीणों को नव निर्वाचित बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह एवं एक वर्ष पूर्व निर्वाचित हुए गिरिडीह के सांसद से अपेक्षा है कि इस दिशा ये अवश्य पहल करेंगे।
बता दें कि बेरमो प्रखंड के हद में फुसरो से सिंगारबेड़ा नदी किनारे तक क्षेत्र फुसरो नगर परिषद के अंतर्गत आता है। इस संदर्भ में फुसरो नप अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह उर्फ टुनु सिंह से पूछे जाने पर बताया कि बेरमो विधायक द्वारा डीएमएफटी कोष से निर्माण के लिये अनुशंसा की गई है। शीघ्र ही सिंगारबेड़ा नदी पुल तक पक्की सड़क बनेगा, और भूमि संबंधी अड़चनों को भी दूर किया जाएगा। इस संदर्भ में सीसीएल ढोरी क्षेत्र के महाप्रबंधक मनोज कुमार अग्रवाल ने एक वार्ता में बताया कि सीसीएल ढोरी क्षेत्र विकास कार्यो में हमेशा तत्पर रहा है। ढोरी क्षेत्र अग्रणी भूमिका निभाया है। इस क्षेत्र अंतर्गत बंद पड़ी अंगवाली कोलियरी को फिर से चालू किये जाने की कबायद चल रही है। कोलियरी को सुचारू रूप से चालू रखने में सुदृढ मार्ग का होना नितांत आवश्यक है। इसलिए अंगवाली स्थित दामोदर नदी पुल की संपर्क-पथ को दुरुस्त कर मार्ग को बनाने में क्षेत्र का ब्यापक सहयोग रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि डीएमएफटी फंड सीसीएल से सम्बंधित है, जिसे क्षेत्र के निकटवर्ती क्षेत्रों की विकास में लगाया जाता है।
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