विजय कुमार साव/ गोमियां (बोकारो)। ऐपवा केंद्रीय कमेटी के निर्देश पर 13 अगस्त को बोकारो जिला कमेटी ने गोमियां प्रखंड के हद में साडम बाजार में कर्ज मुक्ति आन्दोलन आयोजित किया गया। आन्दोलन में बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी रहिवासी महिलाओं ने भाग लिया।
अखिल भारतीय प्रगतिशील एसोसिएशन (ऐपवा) बोकारो (Bokaro) जिला कमेटी की अध्यक्ष शोभा देवी के नेतृत्व में कर्ज मुक्ति दिवस के रूप में महिला स्वयं सहायता समूह की कर्ज माफी को लेकर यह कार्यक्रम किया गया।
मौके पर ऐपवा जिलाध्यक्ष शोभा देवी ने कहा कि पिछले 3 महीनों से लगातार ऐपवा अपनी मांगों को उठाती रही है। रिजर्व बैंक के जारी निर्देशानुसार 31 अगस्त तक सभी कर्ज वसूली पर रोक रहेगी लेकिन इस वैश्विक महामारी में भी माइक्रो फाइनेंस संस्था और प्राइवेट बैंक कर्ज की किस्ते वसूल रहे हैं। कई जगहों पर महिलाओं को डरा धमका कर जबरन पैसे की वसूली की जा रही है।
कोई महिला अगर किस्त जमा करने की स्थिति में नहीं है तो उसके घर का सामान उठाकर ले जाया जा रहा है। महिला नेत्री ने कहा कि लॉकडाउन अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ। छोटे रोजगार काम धंधे बंद है। लॉकडाउन से पहले जो कर्ज ले चुके हैं वह अब उनके लिए मजबूरी बन गई है। दो वक्त के भोजन का इंतजाम मुश्किल है तो कर्ज की किस्त जमा कैसे करेंगे।
ऐपवा जिला अध्यक्ष ने कहा कि जबरन वसूली बंद की जाए। स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को हम गुलामी से मुक्ति का जश्न मनाते हैं, लेकिन हमारी सरकार नए किस्म के महाजनों का गुलाम बनाने में लगी हुई है। पूंजीपतियों द्वारा अरबों का कर्ज नहीं चुकाया जाता जिससे हमारे देश की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। महिलाओं ने इससे पहले भी कर्ज लिया था और चुकाती भी थी मगर इस संकट की घड़ी में अभी इनकी मदद कोई नहीं कर रहा।
देश में COVID-19 संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। लोग भयभीत हैं और सरकार की चिंता अपने एजेंडे में लगी हुई है। अगर सरकार हमारी बातें नहीं मांनेगी तो जोरदार आंदोलन होगा। मौके पर पुतुल देवी, सरिता देवी, तुलसी देवी, तारा देवी, चांदनी देवी, शीला देवी, होलीका देवी, मौसमी देवी, रीना देवी, ललिता देवी आदि शामिल थी।
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