प्रहरी संवाददाता/बगोदर गिरिडीह। गिरिडीह जिला के हद में बगोदर थाना क्षेत्र के महुरी रहिवासी प्रवासी मजदूर फ़लजित महतो की सऊदी अरब में 10 दिन पूर्व मौत हो गयी है। लेकिन प्रवासी मजदूर का न तो शव उसके गांव पहुंचा और न ही परिजनों को कंपनी की ओर से मिलने वाली राशि का भुगतान का रास्ता साफ हो पाया है। इस कारण परिजनों की चिंता बढ़ने लगी है।
मृतक के परिजन अपने घर के सदस्य का अंतिम दर्शन के लिए हर दिन राह देख रहे हैं। बताया जाता है कि महुरी रहिवासी स्वर्गीय धनी महतो के 50 वर्षीय पुत्र फ़लजीत महतो की मौत बीते 30 मार्च को सऊदी अरब में हो गई थी। मृतक की पत्नी सरिता देवी उर्फ़ सुंदरी देवी सहित परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। घटना की सुचना के बाद बगोदर विधायक नागेन्द्र महतो, पुर्व विधायक विनोद सिंह मृतक के घर पहुंच कर परिजनों से मुलाकात कर ढाढस बंधाया। साथ ही मदद का भरोसा दिलाया।
विधायक नागेन्द्र महतो ने मृतक के आश्रितों के मुआवजे की राशि को लेकर संबंधित कम्पनी के अधिकारियों से बात किए तथा राज्य सरकार व केन्द्र सरकार को आवेदन देकर शव भेजने के लिए आग्राह किए है। प्रवासी श्रमिकों के हितों को लेकर काम करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली लगातार संपर्क कर मामले का हल करने में जुटे हैं।उ न्होंने कंपनी के अधिकारी से उचित मुआवजा के साथ शव को जल्द भारत भेजने की मांग की है, ताकि उनका अंतिम संस्कार किया जा सके।
उन्होंने कहा कि झारखंड के गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग जिले की बड़ी आबादी देश- विदेश में काम करने वाले प्रवासी मजदुर मजदुरी करते है। ऐसे में मजदूर के साथ घटना होने के बाद मुआवजा एक बड़ी समस्या होती है।परिजन भी मुआवजा नहीं मिलने तक परेशान रहते हैं। ऐसे में महीनों तक मजदूरों का शव विदेश में पड़ा रहता है। मजदूरों के घरों में शव नहीं आने से उनके घर के चूल्हे भी नही जलते है। परिजनो का हर दिन शव आने का इंतजार करते करते आंखों की पानी सुख जाती है।
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