वैदिक हवन एवं मंत्रोच्चारण कर महर्षि दयानंद सरस्वती को किया गया याद
सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। वेदों की ओर लौटो, अनुकरणीय व प्रेरणा दायक नारें के बीच स्वामी दयानन्द को याद किया गया।
सेल संबद्ध डीएवी पब्लिक स्कूल चिड़िया में 12 फरवरी को स्वामी दयानंद सरस्वती की जयंती पूरे धूमधाम से प्राचार्य डॉ शिवनारायण सिंह की अध्यक्षता मे मनाई गई। इस अवसर पर स्कूल प्रांगण में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन कर जनकल्याण एवं समाज के उत्थान की कामना की गई।
स्कूल के धर्म शिक्षक संदीप कुमार द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण कर महर्षि दयानंद सरस्वती को याद किया गया। कार्यक्रम के अगले चरण में महर्षि दयानंद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर सभी शिक्षकों ने प्राचार्य की अध्यक्षता में महर्षि दयानन्द को नमन व बारी-बारी से पुष्प अर्पण किया।
इस अवसर पर प्राचार्य ने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती न केवल आर्य समाज के संस्थापक थे, बल्कि वे देशभक्त होने के साथ-साथ महान चिंतक और समाज-सुधारक भी थे।उन्होंने समाज की तरक्की के लिए कई बड़े-बड़े कार्य किए। बाल विवाह, सती प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर कर समाज को नई दिशा दिखाई। इन कुरीतियों को दूर करने के लिए उन्होंने वेदों का प्रमाण दिया। उन्होंने कहा कि आज के युवा जागरूक हैं। उन्हें स्वामी दयानंद सरस्वती के अनमोल विचारों को पढ़ना चाहिए।
मौक पर डीएवी चिड़िया के शिक्षक राकेश कुमार मिश्रा, मौसमी दास गुप्ता, समीर प्रधान, संतोष कुमार, सुजीत कुमार, मोमिता मजूमदार, सुमित सेनापति, संजू कुमारी, वर्षा विश्वकर्मा, जितेंद्र त्रिवेदी, किशोर झा, तनमोय चटर्जी, अभय सिन्हा, संदीप चक्रवर्ती, आशीष झा, देवाशीष बेहरा, नित्यानंद भकत, सुखेन प्रसाद के साथ साथ शिक्षकेत्तर कर्मी दीपक सीत, महेंद्र रविदास, गणेश मुखी, बलभद्र बिंधानी एवं दुलारी देवी ख़ासतौर से उपस्थित थे।
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