एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में फुसरो नगर परिषद क्षेत्र के सुभाषनगर में रामनवमी नवयुवक संघ के तत्वाधान मे 21 जनवरी को शिव मंदिर का 25वां वर्षगांठ धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर यहां शिव चर्चा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर शिव परिवार के ममता देवी ने बताया कि जगत गुरू शिव की शिष्यता ही अब एक मात्र विकल्प है। शिव जन-जन के गुरू है। इनको अपनाकर जीवन को सफल बना सकते है। उन्होंने बताया कि वर्त्तमान समय में मानवीय गुण प्राय: लुप्त हो गया है। मानवीय गुण के अभाव में आज सत्मार्ग का राह गुरू से ही संभव है। बिना गुरू, प्राणी, खासकर मानव अपनी पूर्णता को प्राप्त नहीं कर सकता।
गुरू मात्र परमात्मा शिव है। इन्हें आदि गुरू व जगत गुरू भी कहा गया है। गुरू शिवदाता गुरू हैं। जितने भी तथाकथित शरीर धारी गुरू है, वे प्रदाता गुरू के श्रेणी में आते है। जब दाता गुरू संभव है तो क्यों नहीं हम उनसे शिष्य के रूप में जुड़कर मानवीय गुण प्राप्त कर शिव के जैसा कार्य करें।
वहीं शिव गुरू भाई गणेश ने उपस्थित भक्तों को बताया कि शिष्य भाव का जगना ही शिष्यता होना है। उन शिष्य का संबंध गुरू से होना ही जीवन का आधार हैं। उन्होंने पहला सूत्र दया मांगना बताते हुए कहा कि शिव आप मेरे गुरू है, मैं आपका शिष्य हूँ। मुझ शिष्य पर दया कर दीजिए। दूसरा सूत्र चर्चा करना बताया इसके माध्यम से उन्होने चर्चा करने का रूपान्तरण करते हुए बताया कि शिव मेरे गुरू हैं।
आपके भी हो सकते हैं। इन्हें अपना गुरू बनाकर अपना सर्वाथ सिद्ध करें। तीसरा सूत्र नमन करना बताते हुए कहा कि नम: शिवाय पंचाक्षर मंत्र से अपने गुरू शिव को मन ही मन एक दीवा रात्रि में कम से कम 108 बार प्रणाम करने के रहस्य को बताया, ताकि इनके करने से अच्छे परिणाम मिलते है। संध्या मे ताज म्यूजिकल ग्रुप द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया।
आयोजक रतनलाल ने बताया कि 22 जनवरी को राम जन्मोत्सव एवं दीप प्रज्वलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। मौके पर डॉक्टर शकुंतला कुमार, रतन लाल, संजय कुमार सिन्हा, भैया प्रीतम, राज श्रीवास्तव, निर्मला यादव आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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