बोकारो के मृगखोह, खुदीबेड़ा, दुर्गापहाड़ी, चेडरी टुगंरी व् दांतू में टुसू मेला में उमड़ी भीड़
रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के डुमरकुदर के निकट पहाड़ी स्थित मृगखोह, खुदीबेड़ा, दुर्गा पहाड़ी, चेडरी टुंगरी व् दांतू में 15 जनवरी को भव्य टुसु मेला का आयोजन किया गया। टुसु मेला में जगह जगह श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गयी।
जानकारी के अनुसार खुदीबेड़ा स्थित टुसु मेला का बतौर मुख्य अतिथि झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता और उत्पाद व मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने विधिवत फीता काट कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर उक्त मेला में पश्चिम बंगाल से आये विकास महतो व बताशी महतो तथा मृगखोह मेला में रेवती महतो की टीम द्वारा एक से बढ़कर एक टुसू-गीत एवं झारखंडी लोकगीत तथा नृत्य प्रस्तुत की गई।
मेला में विशिष्ट अतिथि के रूप में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) सुप्रीमो टाइगर जयराम महतो, गोमिया की पूर्व विधायक बबीता देवी, कसमार प्रखंड प्रमुख नियोति कुमारी, जेएलकेएम नेत्री पूजा महतो, प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष दिलीप हेम्ब्रम, पेटरवार प्रखंड 20सूत्री अध्यक्ष मुकेश महतो, जेएलकेएम केन्द्रीय संगठन मंत्री भुनेश्वर महतो मुख्य से मेला में आयोजित कार्यक्रम में शामिल थे।
खुदीबेड़ा मेला में मंत्री महतो ने मेला उद्घाटन के दौरान कहा कि टुसू व झुमर गीतों में झारखंड की मिट्टी की खुशबू आती है। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति को बचाने के लिए टुसु, झुमर नाच आदि को प्रोत्साहन देना हम सबों का दायित्व बनता है। कहा कि झारखंडी संस्कृति की परंपरा को बचाये रखने की जरूरत है।
टूसू झारखंडी संस्कृति का प्रतीक है। झुमर नृत्य व गीतों की हर कला किसान व प्रकृति की जृड़ी हुई है। मृगखोह मेला में पूर्व विधायक बबीता देवी ने फीता काट कर उद्घाटन की।
इधर मृगखोह व खुदीबेड़ा मेला में पंहुचे जेएलकेएम सुप्रीमो सह डुमरी विधायक टाइगर जयराम महतो तथा जेएलकेएम नेत्री सह गोमिया विधानसभा प्रभारी पूजा महतो मुख्य रूप से उपस्थित हुए।
इस दौरान जेएलकेएम के सुप्रीमो महतो ने कहा कि टुसू पर्व हमारी सांस्कृतिक विरासत और परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह त्योहार न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखते है, बल्कि समाज में आपसी भाईचारे और एकता का संदेश भी देता है। मेले में झारखंड के कसमार, जरीडीह, पेटरवार, बेरमो, रामगढ़ जिला के गोला प्रखंड के अलावे पश्चिम बंगाल के दर्जनों गांवों के हजारों की संख्या में श्रद्धालू पहुंचकर मेला का आनंद उठाया।
दूसरी ओर खुदीबेड़ा, मृगखोह, दुर्गा पहाड़ी, चेडरी टुंगरी व दांतू मेला में आसपास के गांवों के हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। बड़ी संख्या में महिलाएं भी टुसू चौड़ल लिये मेला स्थल को पंहुचे व विसर्जन किया। रास्ते में सभी महिला पुरुष नाचते गाते व डोहा हांकते पंहुच रहे थे।
इस अवसर पर कसमार थाना प्रभारी भजन लाल महतो व पुलिस बल मेला स्थलों में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए तैनात रहे। इधर मेला को सफल बनाने में सुजित महतो, दिनेश महतो, काशीनाथ महतो, कुलदीप करमाली, संजय महतो, भुनेश्वर महतो, मनोज विश्वकर्मा, हीरालाल महतो, शिवराम गंझू, मनोज गोस्वामी, अमित महतो, जगदंब महतो आदि का सराहनीय योगदान रहा।
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