अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर के रामसुंदर दास महिला महाविद्यालय प्रांगण में बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री स्व. रामसुंदर दास की 104 वीं जयंती पर बीते 9 जनवरी को संगीत सम्मेलन का आयोजन किया गया। संगीत सम्मेलन में सुप्रसिद्ध सितार वादक पार्थो घोष के सितार वादन से सम्पूर्ण वातावरण गूंज उठा। संगीत की सरिता में दर्शक -श्रोताओं ने जमकर डुबकी लगाई।
इस मौके पर सितार वादक पार्थो घोष ने कहा कि संगीत मानवता को दी हुई ईश्वर का अनुपम वरदान है।संगीत आत्मा की आवाज है। उन्होंने कहा कि सात सुरों में ही संसार के किसी भी प्रकार का संगीत निहित है।
इस अवसर पर स्थानीय आरजेडी विधायक डॉ रामानुज प्रसाद ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री राम सुंदर दास ने जो आदर्श उपस्थित किया वह न केवल राजनीति के लिए, बल्कि समाज के लिए भी हमेशा अनुकरणीय और प्रासंगिक बना रहेगा।उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्य मंत्री की कल्पना थी कि बालिकाओं को शिक्षित किए बगैर संपूर्ण विकास के सपने को साकार नहीं किया जा सकता है।
महिला महाविद्यालय के सचिव और संगीत मर्मज्ञ तृप्तिनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों के लिए समान रूप से काम किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार और पत्रकार सुरेंद्र मानपुरी एवं युवा समाजसेवी ज्ञानेंद्र कुमार टुनटुन को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। संगीत सम्मेलन में पार्थो घोष ने अपना सितार वादन में राग अल्हैया बिलावल से आगाज किया। जिसमें तबला वादक मिथिलेश झा ने संगत की। वहीं गायक रौशन कुमार ने भी अपने कार्यक्रम की प्रस्तुति की।
कार्यक्रम में कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, ध्रुवदेव शर्मा, महेंद्र सिंह, जदयू प्रखंड अध्यक्ष चंदेश्वर भारती, जदयू नेता आनंद किशोर सिंह, ज्ञान सागर सिंह, उमेश सिंह, संतोष कुमार सिंह, पप्पू कुमार सिंह आदि बड़ी संख्या में रहिवासी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन लखनऊ रेडियो स्टेशन के उद्घोषक डॉ अशोक कुमार गौतम ने की।
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