डीसीपी के बल पर चला जयअम्बे नगर के अवैध झोपड़ों पर बुलडोजर

मची अफरा -तफरी, अवैध कब्जाधारियों से मुक्त हुआ सरकारी जमीन

मुश्ताक खान/मुंबई। घाटकोपर मानखुर्द लिंक रोड पर स्थित जयअंबे नगर में करीब 800 मीटर के दायरे में फैले तकरीबन 300 से अधिक झोपड़ों को डीसीपी हेमराज सिंग राजपूत के नेतृत्व में ध्वस्त कर दिया गया। विभिन्न विभागों की संयुक्त कार्रवाई में आवासीय झोपड़ों के अलावा बड़ी संख्या में भंगार आदि की दुकानों का भी समावेश है।

इस कार्रवाई में डीसीपी स्कर्ट, एसीपी स्कर्ट के आलावा तिलक नगर पुलिस स्टेशन की पूरी टीम और सुरक्षा के मद्देनजर अर्धसैनिक बलों के टुकड़ी को तैनात किया गया था। हालांकि इस कार्रवाई में मनपा के अधिकारी – कर्मचारी, जिलाधिकारी का दल व वन विभाग के अधिकारियों की टीम भी मौजूद थी।

गौरतलब है कि घाटकोपर मानखुर्द लिंक रोड पर अवैध रूप से बने जयअंबे नगर के 300 से अधिक झोपड़ों को पुलिस की कड़ी सुरक्षा में ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई को डीसीपी हेमराज सिंग राजपूत और एसीपी संजय ढहाके के नेतृत्व में करीब आधा दर्जन जेसीबी की मदद से अंजाम दिया जा सका।

बताया जाता है कि कड़ाके की गर्मी के दौरान पुलिस टीम के अलावा मनपा के अधिकारी व कर्मचारी, जिलाधिकारी का दल व वन विभाग के कर्मचारियों के दल को भारी मशक्क्त करनी पड़ी।

मनपा के वरिष्ठ अधिकारी संतोष निकालजे ने बताया कि घाटकोपर मानखुर्द लिंक रोड पर अवैध रूप बने इन झोपड़धारकों को कई बार चेतावनी दी जा चुकी थी। इसके बावजूद इस परिसर में लगातार झोपड़ों के बनने का सिलसिला जारी था। इतना ही नहीं इस परिसर में लोग झोपड़ों को किसी तरह बना कर किराये पर भी चला रहे है।

वहीं वन विभाग के सागर माली और तहसीलदार धनंजय जाधव भी लगातार तोड़क कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर जोन 6 के डीसीपी की पूरी टीम नहीं होती तो यह कार्रवाई संभव नहीं होता। पुलिस टीम की बदौलत मनपा, कलेक्टर और वन भूमि की जमीन को खाली कराया जा सका।

इस कार्रवाई में तिलक नगर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी दीपक बगुल, पीआई विक्रम बंसोड़े, पीआई दत्तात्रय पाटील, पीआई नितिन म्हाड़ीक और पीआई दिलीप माने ने पुलिस की टीम के साथ -साथ अर्धसैनिक बलों का नेतृत्व किया।

Tegs: #Bulldozer-on-illegal-huts-of-jayambe-nagar-on-the-strength-of-dcp

 94 total views,  2 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *