ये तो पब्लिक है सब जानती है पब्लिक है
मुश्ताक खान/मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में देश आर्थिक राजधानी महानगर मुंबई की कई सीटों पर कड़े मुकाले होने वाले हैं। वहीं पूर्वी उपनगर के कुर्ला विधानसभा, चेंबूर विधानसभा, अणुशक्ति नगर विधानसभा और मानखुर्द शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र का समीकरण जैसे -जैसे मतदान के दिन करीब आ रहे हैं, लगातार बदलता जा रहा है।
अब यहां सवाल उठने लगा है कि कौन बनेगा बनेगा कुर्ला और चेंबूर विधानसभा का किंग ? ये तो पब्लिक है सब जानती है पब्लिक है। राजनीत के जानकारों का मानना है कि इन विधानसभा की सीटों पर बागी और बाहरी उम्मीदवारों को मतदाता तव्वजो नहीं देंगे। इसके साथ ही इन सीटों पर बड़ी मात्रा में नोटा का इस्तेमाल होने की संभावनाएं हैं। इसका मुख्य कारण राजनैतिक दलों के आला कमान द्वारा टिकटों का वितरण बताया जा रहा है।
मौजूदा समय में मतदाता पाशो पेश में हैं, क्यों कि चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। इनमें अधिकांश उम्मीदवारों को मतदाताओं ने कभी देखा ही नहीं है, बावजूद इसके अपनी जीत पक्की करने के लिए हर उम्मीदवार मतदाताओं को रिझाने के लिए तरह – तरह के वादे कर रहे हैं। हां इनमें बिकाऊ मतदाताओं को छोड़कर इन सभी विधानसभाओं के मतदाता अब सतर्क हो गए हैं। यही कारण है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में लगभग हर बूथों पर नोटा के आसार बढ़ गए हैं।
गौरतलब है कि पूर्वी उपनगर के कुर्ला विधानसभा क्षेत्र से कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें सीएम एकनाथ शिंदे गुट के पूर्व विधायक मंगेश कुडालकर हैट्रिक बनाने की तैयारी में हैं। वहीं यूबीटी की उम्मीदवार प्रवीणा मोरजकर ने खुद ही हार मान लिया है। अब तो पूर्व नगरसेविका प्रवीणा मोरजकर ने पत्रकारों के फोन भी उठाना बंद कर दिया है।
जबकि कुर्ला विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी नई रणनीत के तहत मतदाताओं को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते। यहां के निर्दलीय उम्मीदवारों को कामयाबी भी मिल रही है। ऐसे यह कहना गलत नहीं होगा कि निर्दलियों के कारण जित का अंतर कम हो सकता है।
वहीं चेंबूर विधानसभा क्षेत्र में महज 6 उम्मीदवार ही अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस सीट से उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के प्रकाश वैकुण्ड फतपेकार थे। लेकिन इस बार उम्मीदवारों की संख्या कम होने के बावजूद कांटे की टक्कर देखने को मिलेगा। क्योंकि चेंबूर विधानसभा क्षेत्र से यूबीटी के प्रकाश फतेरपेकर का मुकाबला चार दिग्गजों में है।
इनमें अणुशक्ति नगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक तुकाराम रामकृष्ण काते, दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके दीपक भाऊ निकल्जे, मनसे के मउली थोर्वे जैसे दिग्गजों के साथ होने वाला है। इस लिए इस बार का चुनाव जीतना आसान नहीं होगा। इस बार 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तस्वीर बदली हुई है।
प्रकाश फतेरपेकर को लेकर मतदाताओं में नाराजगी भी देखी जा रही है। इसके बाद अणुशक्ति नगर विधानसभा और मानखुर्द शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र में नवाब मालिक और उनकी बेटी सना मोईनुद्दीन शेख के मैदान में आने से भाजपा सहित सीएम शिंदे की टीम में नाराजगी देखी जा रही है।
Tegs: #Who-will-become-the-king-of-kurla-and-chembur-assembly
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