संघर्ष की कहानी झारखंड आन्दोलनकारी डॉ सुरेंद्र राज की जुबानी

विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। गोमियां प्रखंड (Gomian block के हद में भाग दो से जिला परिषद प्रबल दावेदार झारखंड आन्दोलनकारी डॉ सुरेंद्र राज Dr.Surendra Raj) ने अपनी जुबानी संघर्ष की कहानी रहिवासियों के शमक्ष रखा।

पलिहारी गुरूडीह पंचायत सचिवालय के समीप 7 नवंबर को जनसभा का आयोजन किया गया। सभा में झारखंड राज्य गठन में अपनी महती भूमिका निभाने वाले आन्दोलनकारी सुरेन्द्र राज के अलावा मुख्य रूप से मंच पर रविन्द्र प्रसाद, पंकज पांडेय, जगदीश स्वर्णकार,गदौरी राम मौजूद थे। मंच का संचालन बद्री पासवान एवं धन्यवाद ज्ञापन जगदीश स्वर्णकार ने किया।

इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को ने संबोधित करते हुए डॉ सुरेंद्र राज ने कहा कि अपने जीवन काल में उन्होंने अनेकों आंदोलन में हिस्सा लिया। उनमें से झारखंड राज्य अलग करने की बात हो या फिर स्थानीय समस्याओं को लेकर, आईईएल कंपनी के विरुद्ध 6 माह तक आंदोलन भी चलाया।

इस आंदोलन में उन्हें जेल भी जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि टीटीपीएस ललपनियाँ प्रोजेक्ट में रोजगार एवं विस्थापन के मुद्दे को लेकर भी जबरदस्त आंदोलन प्रदर्शन हुआ। इस आंदोलन में भी उन्हें जेल की यातना झेलनी पड़ी।

उन्होंने कहा कि प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर समाज सेवा और संघर्ष का रास्ता उन्होंने इख्तियार किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जहां लोग घर से निकलने में डरते थे उस वक्त जरूरतमंदों को आर्थिक रूप से मदद की और कई दिनों तक भोजनालय भी चलाया।

क्षेत्र में जनता की मांग पर आज वह जिला परिषद भाग 2 में प्रत्याशी के रूप में घोषणा करते हुए कहा कि समाज एवं जनता से हमेशा जुड़े रहे हैं। जनता की सेवा के लिए ही आज वह चुनावी मैदान में उतर रहे हैं।

मौक पर सोना राम बेसरा, केदार स्वर्णकार, राजेंद्र रजक, अरूण यादव, प्रभु स्वर्णकार, प्रदीप रवानी, रविन्द्र प्रसाद, रामजी प्रसाद, दुलाल प्रसाद, रोहित यादव, आदित्य पांडेय, राजेश जयसवाल, विनोद अग्रवाल, जनार्दन जयसवाल, रंजीत जयसवाल सहित सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष मौजूद थे।

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