प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। राष्ट्रीय आश्वासन गुणवत्ता मानक के प्रमाणीकरण को लेकर राज्य स्तरीय टीम ने 24 अक्टूबर को सारण जिला मुख्यालय छपरा नगर के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मासूमगंज का मूल्यांकन किया। निरीक्षण टीम में राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा यूनिसेफ़ के डॉ जगजीत सिंह और सिवान के डीपीसी इमामुल होदा शामिल थे।
जानकारी के अनुसार निरीक्षण के क्रम में टीम ने अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं की जांच और विश्लेषण किया। इस दौरान अस्पताल में उपलब्ध सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों की मरीजों के साथ होने वाले व्यवहारों का अंकेक्षण करते हुए जानकारी एकत्रित किया गया।
बताया जाता है कि, अस्पताल के उक्त जानकारी का राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा विश्लेषण करते हुए अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए अंक प्रदान किया जाएगा। निरीक्षण टीम द्वारा अस्पताल में मरीजों के लिए सुविधाओं की जानकारी लेते हुए मरीजों को दिए जा रहे सभी सुविधाओं की भी जांच की गई।
इस मौके पर राज्य स्तरीय टीम के सदस्य डॉ जगजीत सिंह, सिवान के डीपीसी इमामुल होदा, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एचएन प्रसाद, डॉ चैतन्य प्रकाश, पीरामल के प्रोग्राम लीड डॉ रविश्वर कुमार, सीफर के डिवीजनल प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर गनपत आर्यन, बीसीएम संजीव कुमार, अमित कुमार, नीरज कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।
स्वास्थ्य केंद्र पर 12 तरह की सुविधाएं उपलब्ध होना आवश्यक-डॉ जगजीत सिंह
इस अवसर पर राज्य टीम के सदस्य डॉ जगजीत सिंह ने कहा कि एनक्यूएएस के लिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए 12 तरह की सुविधाओं का उपलब्ध होना आवश्यक है। इसमें जनरल क्लीनिक के साथ साथ मातृत्व स्वास्थ्य, नवजात शिशु और सामान्य शिशु की जांच सुविधा, गर्भवती महिलाओं और शिशुओं का टीकाकरण व्यवस्था, परिवार नियोजन सुविधा, संचारी रोग, गैर संचारी रोग नियंत्रण सुविधा, इमरजेंसी सुविधा, ड्रेसिंग की व्यवस्था, फार्मेसी व्यवस्था, लैबोरेटरी की सुविधा, अस्पताल कैम्पस में मरीजों के बैठने की व्यवस्था और अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था महत्वपूर्ण है।
राज्य स्तरीय टीम ने स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को मिल रही सुविधाओं का किया मूल्यांकन-डीपीसी
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने बताया कि राज्य स्तरीय टीम द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध उपरोक्त व्यवस्था की जानकारी लेते हुए मरीजों को मिल रही सुविधाओं का मूल्यांकन किया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में उपलब्ध इन सुविधाओं के आधार पर यूपीएचसी मासूमगंज को राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा एनक्यूएएस कार्यक्रम के तहत अंक प्रदान किया जाएगा। अंक के आधार पर स्वास्थ्य केन्द्र को रैंकिंग और प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। राज्य टीम द्वारा एनक्यूएएस कार्यक्रम के तहत प्रामाणिक मिलने के बाद नेशनल प्रमाणीकरण के लिए पात्र होगा।
अस्पताल का गुणवत्ता आश्वासन एक निरंतर एवं व्यापक प्रक्रिया-प्रशांत कुमार
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार ने बताया कि अस्पताल का गुणवत्ता आश्वासन एक निरंतर एवं व्यापक प्रक्रिया है। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य संस्थाओं के सभी विभागों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर गुणवत्ता पूर्ण समिति का गठन, अस्पताल के इंटरनल/बेसलाइन असेसमेंट, मरीज संतुष्टि का सर्वे, अस्पताल में होने वाले विभिन्न गतिविधियों का परफॉर्मेंस और देखभाल की गुणवत्ता आदि की जांच की जाती है। इसके आधार पर संबंधित अस्पताल को राज्य स्तरीय टीम द्वारा अंक प्रदान किया जाता है जिसके तहत अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि मासूमगंज के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण के लिए आवश्यक सभी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए यहां कार्यरत स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मियों द्वारा उपलब्ध मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए भरसक प्रयास किया जाता है, जिससे यहां उपस्थित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके।
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