जिलाधिकारी ने की विभिन्न योंजनाओ की समीक्षा

प्रहरी संवाददाता/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में 22 जून को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, शौचालय निर्माण, जल जीवन हरियाली, हर घर नल का जल गली गली इत्यादि से संबंधित समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह सरकार की विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को गति देंने पर जोर दिया। साथ ही योजनाओं के क्रियान्वयन के क्रम में कार्यों की गुणवत्ता हर हाल में बहाल रखने का निर्देश उपस्थित अधिकारीयों को दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि कार्यो में किसी भी तरह की कोताही और लापरवाही पर संबंधित अधिकारी पर जिम्मेदारी फिक्स की जाएगी। हर घर नल का जल योजना के तहत पिछले सप्ताह शून्य प्रगति वाले प्रखंड विकास पदाधिकारियों यथा औराई, बोचहां, कांटी, मड़वन और मीनापुर से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया। वही सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने -अपने प्रखंडों में कैंप करते हुए दो सप्ताह के भीतर हर घर नल का जल से संबंधित लंबित कार्यों का निष्पादन हर हाल में करना सुनिश्चित करें। वही शौचालय निर्माण से संबंधित इंसेंटिव भुगतान को लेकर उन्होंने निर्देश दिया कि लाभुकों को बकाए का भुगतान शीघ्र करें।

इस संबंध में उन्होंने डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डिनेटर को निर्देश दिया कि क्षेत्र में जाकर खुद इस कार्य में रूचि दिखाएं। जिन लाभुकों का आधार कार्ड टैगिंग अभी तक नहीं हुआ है,एक अभियान चला कर उनके आधार को टैग करवाया जाए ताकि भुगतान से संबंधित बाधा दूर हो सके।बकाए के भुगतान में किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री आवास क्रय योजना के तहत निर्देश दिया कि वैसे परिवार जो भूमिहीन है उनको चिन्हित करते हुए नियमानुसार उन्हें ₹ 60000 देने की कार्रवाई की जाए ताकि उनके आवासों का भी निर्माण किया जा सके। प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा सख्त निर्देश दिया गया कि वित्तीय वर्ष 2016-17, 2017 -18 एवं 2019-20 में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप अधिक से अधिक स्वीकृत करना सुनिश्चित करें।

वितीय वर्ष 2016-2017 एवं 2017-18 में कुल लक्ष्य 42635 के विरुद्ध 40217 स्वीकृत किया गया। वही 2019-20 में कुल लक्ष्य 53181 के विरुद्ध 49704 स्वीकृत किये गए। मनरेगा के तहत अधिक से अधिक मानव दिवस सृजित करने का टास्क जिला अधिकारी के द्वारा दिया गया। बैठक में जल जीवन हरियाली के तहत पोखर जीणोद्धार एवं निर्माण का कार्य किया जा रहा है।

इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा पिछले सप्ताह टीम बनाकर जांच करने का निर्देश दिया गया था। जांच रिपोर्ट स-समय उपलब्ध नहीं कराए जाने पर उनके द्वारा नाराजगी प्रकट की गई और निर्देश दिया गया कि समेकित रूप से जांच रिपोर्ट दो दिन के अंदर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जल जीवन हरियाली से संबंधित विभिन्न अवयवों से संबंधित किये जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति संतोषजनक नहीं होने पर जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों को फटकार लगाई एवं निर्देश दिया कि अभियान के अंतर्गत विभिन्न अवयवों से संबंधित किए जाने वाले कार्य की गति को और अधिक बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। ताकि लक्ष्य को निर्धारित समय के भीतर हासिल किया जा सके।

बैठक में इसके अतिरिक्त सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओ का जीर्णोद्धार, सार्वजनिक जल संरचानाओ को अतिक्रमण से मुक्त किए जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति, कुओं का जीणोद्धार, वृक्षारोपण, सोख्ता निर्माण, भवनों पर छत वर्षा जल संचयन कार्य इत्यादि की भी समीक्षा की गई। इस संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त उज्जवल कुमार सिंह, अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मोहम्मद फैयाज अख्तर, जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह सहित जिले के सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। साथ ही विभिन्न प्रखंडों के बीडीओ/सीओ/पीओ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।

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