अनपती देवी विद्या मंदिर में नैतिक व् आध्यात्मिक शिक्षा पर बल देने को ले बैठक

एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में फुसरक स्थित अनपति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में 27 अप्रैल को प्रातः 8 बजे नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा हेतु कस्तूरबा संकुल के 6 विद्यालय प्रधानाचार्यों की बैठक हुई।

जानकारी के अनुसार उक्त बैठक में स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य पंकज कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष रामनरेश द्विवेदी, मकोली स्थित विद्या मंदिर से गणेश कुमार पाल, तुपकाडीह विद्या मंदिर से मंटू गिरी, ढोरी विद्या मंदिर से परमानंद सिंह, कस्तूरबा श्रीविद्या निकेतन से प्रदीप कुमार, पिछरी विद्या मंदिर से झरना चटर्जी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

बैठक में इस सत्र में नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा को विद्यालय में किस प्रकार क्रियान्वित किया जाए यह योजना बनाई गई। दिन के 9:30 बजे अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमे कक्षा अष्टम से दशम तक के छात्रों के लगभग 80 अभिभावकों ने भाग लिया।

बैठक का शुभारंभ विद्यालय के उपाध्यक्ष रामनरेश द्विवेदी, प्रधानाचार्य पंकज कुमार मिश्रा, आचार्या भगवंती नोनिया, आचार्य दिवाकर पांडेय एवं आगंतुक अभिभावकों ने भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पित कर किया। इस बैठक में कक्षा अष्टम से दशम तक के सभी भैया बहन उपस्थित थे। आए हुए अभिभावकों का परिचय तथा प्रस्तावना प्रधानाचार्य ने कराया।

इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने कहा कि विद्या भारती योजना के अन्तर्गत अभिभावकों के साथ समय समय पर इस प्रकार का बैठक विद्यालय में आयोजित किया जाता है। जिसमे भैया बहनों के सर्वांगीण विकास को लेकर अभिभावकों के साथ मिलकर विचार विमर्श किया जाता है।

उन्होंने बताया कि उक्त बैठक में पूरे वर्ष भर का प्लान बनाया गया। विद्यालय के भैया बहनों के लिए साप्ताहिक एवं मासिक जांच परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।उन्होंने अभिभावकों से अनुरोध किया की विद्यालय की पढ़ाई पर आप सब पूरा भरोसा करें और भैया बहनों का सहयोग करे।

विद्यालय के उपाध्यक्ष रामनरेश द्विवेदी ने सभी अभिभावकों से अपील किया कि इस समय भैया बहनों में ट्यूशन को लेकर अजीब सा होड़ मचा है। इस पर रोक लगाने की आवश्कता है। विद्यालय की व्यवस्था में आप सब अभिभावकों का सहयोग जरूरी है।

इस बैठक में भैया बहनों के विकास हेतु पूरे वर्ष भर की योजना बनाई गई। भैया बहनों के साथ साथ अभिभावकों को दायित्व का बोध कराया गया। शैक्षणिक रूप से कमजोर भैया बहनों के लिए प्लान बनाया गया। आए हुए अभिभावकों ने भी अपने अपने विचार प्रस्तुत किए और इस प्रकार की अभिभावक गोष्ठी की सराहना किया।

इस अवसर पर ढोरी विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य परमानंद सिंह ने कहा कि जीवन में बिना कहे करने की आदत डालने से जीवन में सफलता बहुत जल्दी मिलता है। विद्यालय की आचार्या भगवंती नोनिया ने कहा कि अभिभावकों को अपने व्यस्त जीवन में कुछ समय निकाल कर भैया बहनों के साथ बिताने की कोशिश करना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में स्थानीय प्रधानाचार्य मिश्रा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

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