उपायुक्त के निर्देश पर प्रखंड व पंचायत स्तरीय कोविड टास्क फोर्स का गठन

कोविड टीका और नियमों को अपने व्यवहार में शामिल करने की आवश्यकता-उपायुक्त
एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। “सुरक्षित गांव, हमर गांव” बनाने के उद्देश्य से देवघर जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री Deoghar district deputy commissioner Manjunath bhajantri) की अध्यक्षता में 18 मई को जिले के प्रज्ञा केंद्र संचालकों, कृषक मित्रों एवं संबंधित अधिकारियों के साथ ऑनलाइन परिचर्चा सह बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उपायुक्त ने सभी को प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी को कोविड से बचाव, लक्षण, रोकथाम, इलाज, होम आइसोलेशन, चिकित्सकों द्वारा दी गई सलाह, ब्लैक फंगस, स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत जारी आवश्यक गाइडलाइन के अलावा प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने प्रखंड स्तरीय कोविड टास्क, पंचायत स्तरीय कोविड टास्क फोर्स की जानकारियों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में कोविड वैक्सिन के प्रथम डोज, द्वितीय डोज, कोरोना संक्रमण व वैक्सिनेशन को लेकर जागरूकता के साथ कोविड नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन, साफ-सफाई, कोविड रोकथाम के विषयों पर विस्तृत चर्चा करते हुए अपने-अपने स्तर से लोगों को जागरूक करने का आग्रह किया। इस दौरान विभिन्न पंचायतों के कृषक मित्रों व प्रज्ञा केंद्र संचालकों द्वारा अपने-अपने विचार व सुझाव उपायुक्त के समक्ष रखा। साथ हीं अपने अपने पंचायतों में वैक्सीनशन और कोविड नियमों के अनुपालन व रोकथाम में शत प्रतिशत अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही। बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री द्वारा जानकारी दी गई कि प्रखंड स्तरीय कोविड टास्क फोर्स गठन करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया, ताकि ग्रामीण स्तर पर कोविड रणनीति का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा सके। इस हेतु सभी प्रखंड कोविड टास्क फोर्स का गठन करते हुए अध्यक्ष के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचल अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सदस्य सचिव, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सदस्य, थाना प्रभारी सदस्य, महिला पर्यवेक्षिका , समाज कल्याण सदस्य, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक (जेएसपीएलएस) सदस्य, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी सदस्य, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सदस्य, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सदस्य शामिल रहेंगे। उपायुक्त ने पंचायत स्तर पर कोविड टास्क फोर्स के अलावा पंचायत स्तर पर दो दलों के गठन की जानकारियों से अवगत कराया। जिसमें एक दल का कार्य पंचायत स्तर पर कोविड संक्रमित व्यक्ति की पहचान करना तो दूसरे दल का कार्य हर कोविड संभाव्य व्यक्ति की रैट जांच सुनिश्चित करना होगा। इन पंचायत स्तरीय दोनों दलों में सहिया, सहायिक, आंगनवाड़ी सेविका, जेएसएलपीएस की दीदी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, सीएचओ, बीआईटी, साहिया साथी आदि को जोड़ा गया है।
बैठक के दौरान होम आइसोलेशन से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि जिन लोगों को कोरोना के माइल्ड लक्षण हों उन्हें खुद को घर में चौदह दिन के लिए सेल्फ़ आइसोलेट कर लेना चाहिए। चिकित्सकों व विशेषज्ञों की सलाह के मुताबिक कोरोना के माइल्ड लक्षण दिखने पर सीधे अस्पताल जाने से बचना चाहिए। ज़रूरत पड़ने पर चिकित्सकों से संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन, कौन-सी दवाइयों की आवश्यकता और आइसोलेशन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों से सभी को अवगत कराया। बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी कृषक मित्र, प्रज्ञा केंद्र संचालक अपने-अपने क्षेत्र के जागरूक और महत्वपूर्ण आधार है। ऐसे में लोगों को जागरूक और सतर्क करने में आप सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है। वर्तमान समय मे ग्रामीण क्षेत्रों में सावधानी और सतर्कता के साथ कोविड नियमों का अनुपालन, वैक्सीनशन अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सके। बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर काफी असरदायक साबित हो रही है। इसमें थोड़ी सी लापरवाही से खतरा काफी बढ़ सकता है। ऐसे में संक्रमण के खतरे से बचने के लिए वैक्सिनेशन सुरक्षा कवच है। वर्तमान में सबसे महत्वपूर्ण है कि अपने साथ – साथ अपने परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा का विशेष रूप से ख्याल रखें। वैक्सीन को लेकर भ्रांतियों को हर स्तर पर दूर करने के प्रयास में जिला प्रशासन का शत प्रतिशत सहयोग करें।

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