एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में फुसरो स्थित विद्यालय अनपति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के वंदना कक्षा में 19 अक्टूबर को विज्ञान मेला का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार विद्यालय की अर्द्धर्वार्षिक परीक्षा फल वितरण कार्यक्रम के साथ विज्ञान मेला का शुभारंभ विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष रामनरेश द्विवेदी, कोषाध्यक्ष दीपक कुमार अग्रवाल, ढोरी स्टॉफ क्वार्टर के सचिव सुमित बंसल और प्रधानाचार्य पंकज कुमार मिश्रा के अलावा अभिभावक प्रतिनिधि रीमा सिंह एवं सदस्य शंकर ठाकुर ने विद्यालय के परंपरा के अनुसार द्वीप प्रज्वलन कर किया।
इस अवसर पर परीक्षा प्रभारी साधन चंद्र धर ने परीक्षा परिणाम की घोषणा की एवं परीक्षा के वास्तविक मूल्य व् महत्व पर व्यापक प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्र जीवन में परीक्षा मात्र मूल्यांकन के लिए होता है कि आप कितनी चीज को सीखें है। परीक्षाओं के प्राप्तांक दर्शाते हैं, कि किसी छात्र ने कितना सीखा है। उसने कितना प्रयास किया है।
विद्यालय के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा कोषाध्यक्ष ने कहा कि माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चों को अधिकतम अंकों की प्रतिस्पर्धा में दूसरे की तुलना में कोसे नहीं, बल्कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए बच्चे तैयार करें। परीक्षा का परिणाम ही आपके उज्जवल भविष्य की एक सीढ़ी का कार्य करती है। कहा गया कि आधुनिक युग में पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से परीक्षा देना पड़ता है। आज के युग में उच्च अंक प्राप्त करना ही उज्जवल भविष्य की गारंटी है।
प्रधानाचार्य पंकज कुमार मिश्रा ने कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के बाद परीक्षा देना अति आवश्यक है। इससे विद्यार्थियों के ज्ञान का मूल्यांकन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि परीक्षा में सफलता एवं असफलता आपके कार्यों के ही अनुरूप होती है। समाज, शिक्षक एवं विद्यार्थियों के दायित्व पर प्रधानाचार्य ने प्रकाश डाला। तथा कहा कि प्रत्येक कक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले भैया बहनों को सम्मानित किया जाएगा।
इस उपलक्ष्य में आयोजित विज्ञान मेले में कक्षा तृतीय से दशम तक के सभी भैया बहनों ने एक से बढ़कर एक विज्ञान से संबंधित मॉडल बनाए थे। जिनका मूल्यांकन विद्यालय के अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष रामनरेश द्विवेदी एवं कोषाध्यक्ष दीपक कुमार अग्रवाल, स्टाफ क्वार्टर के सचिव सुमित बंसल और स्थानीय विद्यालय के विज्ञान प्रमुख जिनकी देखरेख में यह विज्ञान मेले का आयोजन कराया गया था द्वारा किया गया।
निर्णायक दल ने कहा कि इस तरह के विज्ञान मेले के आयोजन से बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। उनमें अविष्कार करने की क्षमता बढ़ती है। साथ हीं आने वाले समय में विज्ञान के क्षेत्र में उनकी सकारात्मक सोंच जागृत होती हैं। सभी भैया बहनों के द्वारा बनाए गए मॉडल एक से बढ़कर एक थे। सभी के द्वारा उसका वर्णन वृतांत के साथ सुव्यवस्थित ढंग से किया गया। निर्णायक दल उनके द्वारा दिए गए जवाब से बहुत खुश थे। कार्यक्रम के अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य बंधु, भगिनी, कर्मचारी बंधु, भगिनी एवं भैया बहन मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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