एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। बिहार में जब से विद्युत उपभोक्ताओं को नया स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा है तब से रोज नयी कहानी देखने सुनने को मिल रहा है। मामले में विद्युत विभाग लापरवाह तथा उपभोक्ता परेशान हाल है। एक नज़र स्मार्ट मीटर पर भी विभाग को डालने की जरूरत है। मजदूर को नॉर्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड द्वारा 33 लाख का बिल थमा दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
जानकारी के अनुसार समस्तीपुर जिला के हद में उजियारपुर प्रखंड के चाँद चौर मथुरापुर रहिवासी पेशे से मजदूर ननकी दास के घर स्मार्ट मीटर कुछ महीने पहले लगाया गाया था। बीते कुछ महीने से 50-70 यूनिट के बीच बिजली का बिल आता था। अचानक सितम्बर माह का बिल 980343 यूनिट बिजली खर्च के एवज में ₹ 3261645 का बील विभाग द्वारा भेज दिया गया है। ज्ञात हो कि, उक्त मजदूर द्वारा सिर्फ घर में बिजली उपयोग किया जाता है। इनके नामित न कोई फैक्ट्री है अथवा कोई बड़ा बिजनेस।
बताया जाता है कि उक्त मामला मीडिया में आते ही बिजली विभाग के आला अधिकारियों द्वारा आनन-फानन में बिल सुधार कर दिया गया है। इसी बीच इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भाकपा माले समस्तीपुर जिला स्थायी समिति सदस्य सह विधुत सुधार संघर्ष मोर्चा समस्तीपुर के जिला संयोजक सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने प्रीपेड मीटर को त्रृटिपूर्ण बताते हुए राज्य सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है।
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