प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। गिरिडीह जिला (Giridih District) के हद में बगोदर प्रखंड परिसर में 26 जुलाई को टोटेमिक कुरमी/कुडमी समाज द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय धरना देकर विरोध जताया गया।
धरना प्रदर्शन कार्यक्रम छोटन प्रसाद छात्र के नेतृत्व में प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने कि मांग की।
इस अवसर पर छोटन प्रसाद छात्र ने बताया कि टोटेमिक कुरमी जनजाति देश की आजादी से पहले प्रीमिटिव ट्राइब (आदिम जनजाति) में सूचीबद्ध था, किन्तु 1950 ई० में जब देश गणतंत्र हुआ तब कुरमी/कुड़मी महतो जनजाति को छोड़कर सभी आदिम जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध किया गया।
उन्होंने बताया कि तब से अबतक 72 वर्षों से लगातार यह जनजाति अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध हेतु संघर्षरत है। यदि राज्य सरकार के माध्यम से केन्द्र सरकार यथाशीघ्र कुड़मी/कुरमी महतो जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध करने की पहल नहीं करती है तो आगामी 20 सितंबर से पूरे झारखंड में अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम किया जाएगा।
टोटेमिक कुरमी/कुडमी समाज के एक दिवसीय धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड उपाध्यक्ष भोला महतो एवं संचालन प्रखंड सचिव चुरामनी महतो ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रूपलाल चौधरी ने संगठन को घर घर ले जाने की बात कही।
कार्यक्रम में प्रवीण कुमार, भुवनेश्वर महतो, कुंजलाल महतो, डालेश्वर महतो, प्रेमचंद महतो, टहल महतो, रामेश्वर महतो, उमेश महतो, मनोज कुमार, मुरली महतो, ओम प्रकाश महतो, गोर्वधन महतो, केदार महतो, महेश महतो, लक्ष्मण महतो, हेमराज महतो, कुलदीप महतो, बिसुन महतो, बिनोद महतो, संतोष महतो, चीतो महतो, लोकनाथ महतो, गोविन्द महतो, नरेश महतो सहित सैकड़ों प्रखंड क्षेत्र के रहिवासी मौजुद थे।
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