प्रहरी संवाददाता/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला (West Singhbhum District) के हद में गुवा थाना के ठाकुरा गांव की अधेड़ महिला सीता चाम्पिया (50 वर्ष), पति लंकेश चाम्पिया के साथ गांव के तीन युवकों पर झूठा आरोप लगाया गया था।
तीनों युवक बेहरा चाम्पिया, तुराम चाम्पिया एवं मुंगडु़ चाम्पिया पर मारपीट कर उसकी नव विवाहित बेटी मेंजो अंगारिया का अपहरण करने से संबंधित मामला प्रकाश में आई थी।
इसे लेकर गुवा थाना प्रभारी अनिल कुमार यादव की जांच में आरोप गलत पाया गया। थाना प्रभारी यादव ने 7 मई को बताया कि सीता चाम्पिया ने अपनी बेटी मेंजो अंगारिया का अपहरण का आरोप जिस बेहरा चाम्पिया व अन्य पर लगाया था, इसमें बेहरा चाम्पिया सीता चाम्पिया का बेटा है।
बेहरा चाम्पिया की अपनी मां सीता चाम्पिया के साथ एक खदान से जुड़े कुछ कागजात को लेकर विवाद हुआ था। बेहरा कागजात मांग रहा था। सीता उसे नहीं दे रही थी। इसके अलावे मेंजों अंगारिया का कुछ कपड़ा घर में रखा हुआ था। उसे सीता द्वारा जला देने का भी आरोप बेहरा ने अपनी मां पर लगाया था।
इसके बाद मां-बेटा में झगड़ा हुआ और धक्का-मुक्की के दौरान सीता गंभीर रूप से घायल हो गई। इसके बाद बेहरा अपनी बहन मेंजो अंगारिया को लेकर वहां से चला गया था। थाना प्रभारी ने बताया कि अभी मेंजो अंगारिया बोकना गांव में अपनी बहन के घर पर सुरक्षित है।
उन्होंने बताया कि मेंजों से फोन पर बातचीत भी हुई। जांच में मामला सही पाया गया, लेकिन सीता अपने बेटे के खिलाफ किसी प्रकार की शिकायत अब तक दर्ज नहीं कराई है। ना ही कराना चाह रही है। यह पूरा मामला पारिवारिक विवाद का है।
मामला मेंजो अंगारिया का अपहरण का नहीं है। उल्लेखनीय है कि यह घटना 5 मई की रात्रि लगभग 9 बजे की है। मारपीट की घटना में गंभीर रूप से घायल सीता चाम्पिया सेल की गुवा अस्पताल में इलाजरत है।
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