रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। हजारीबाग जिले में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण अपराध गोष्ठी आयोजित की गई। बैठक में सभी थाना प्रभारी और पुलिस पदाधिकारियों को विभिन्न आपराधिक मामलों के त्वरित निपटारे और सुरक्षा उपायों को लागू करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में कई मुख्य निर्देश दिए गए जिसमें अवैध अफीम की खेती को अगले एक सप्ताह के भीतर नष्ट करने और इस अवैध कार्य में संलिप्त आरोपियों को चिन्हित कर सीसीए के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये। महिला उत्पीड़न और एससी/एसटी मामले से जुड़े सभी कांडों का 60 दिनों के भीतर निष्पादन सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया। महत्वपूर्ण आपराधिक मामलों की समीक्षा के क्रम में सभी लंबित मामलों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए गये।
अपराध गोष्ठी में वर्ष 2023 से पहले के लंबित कांडों का निपटान प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। जमानती और गैर-जमानती वारंटों का निष्पादन विशेष अभियान चलाकर सभी लंबित वारंट, कुर्की-जब्ती और इश्तेहार निष्पादित करने का निर्देश दिया गया।
सिविल कोर्ट की सुरक्षा तथा नियमित समीक्षा कर सभी सुरक्षा मानकों को पूरा करने का आदेश दिया गया। नशाखोरी और मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गये। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के तहत अफवाह फैलाने वालों की पहचान कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। संगठित अपराध, अवैध खनन, साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों तथा अवैध खनन में संलिप्त के खिलाफ सीसीए और एनएसए के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया गया।
गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक द्वारा सरकारी जमीन विवादों का समाधान से संबंधित अंचल अधिकारियों के सहयोग से लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा करने का निर्देश दिया गया। अवैध कोयला, बालू और पत्थर उत्खनन पर रोक लगाने को लेकर जिला खनन पदाधिकारी और अंचल अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। साइबर अपराध के तहत सभी लंबित मामलों को प्राथमिकता देकर अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
होली और रामनवमी को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया। पुराने सांप्रदायिक मामलों की समीक्षा कर अभियुक्तों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई करने के आदेश दिया गया। गोष्ठी में जन सुनवाई को प्राथमिकता देते हुए थाना प्रभारी द्वारा आम जनता की समस्याओं को सुनकर उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करने की बात कही गयी।
निरंतर गश्त जारी रखने का आदेश दिया गया। थाना क्षेत्र में लगातार गश्त कर अपराध पर नियंत्रण बनाए रखने के निर्देश दिए गए। बैठक में पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखें और किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को जड़ से समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाएं।
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