अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर रेल मंडल द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर रैन वाटर हार्वेस्टिंग की दिशा में लगातार प्रयास जारी है।
इसे गंभीरता से लेते हुए सोनपुर रेल मंडल द्वारा 01 करोड़ 45 लाख की लागत से मंडल के आधा दर्जन स्टेशनों पर वर्षा जल को संरक्षित कर भू-जल स्तर को रीचार्ज करने हेतु रैन वॉटर हार्वेस्टिंग यूनिट का निर्माण किया गया है।इन स्टेशनों में सोनपुर, हाजीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मानसी एवं नौगछिया शामिल है
मंडल रेल प्रबंधक नीलमणि के अनुसार भू-जल के जबरदस्त दोहन से लगातार पानी का स्तर नीचे जा रहा है। इससे न सिर्फ शहरों, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल की किल्लत हो रही है। इसे दूर करने के लिए जल संरक्षण जरुरी है।
डीआरएम के अनुसार हाल के वर्षो में यह देखा जा रहा था कि बरसात के मौसम में बारिश का पानी यूं ही बहकर बर्बाद हो जाता था। अब सोनपुर रेल मंडल द्वारा जल संरक्षण के महत्व को समझते हुए इस यूनिट के द्वारा इन सभी स्टेशनों पर वर्षा जल को एकत्र कर एक पीट के माध्यम से फ़िल्टर कर सीधे भू-तल/ धरती में भेजा जा रहा है।
जिससे भू-जल स्तर को बढ़ाने मे काफी मदद मिलेगी तथा भू-जल रिचार्ज होगा।इसके लिए संबंधित विभाग द्वारा सभी पीट का नियमित अंतराल पर समुचित रख रखाव भी किया जा रहा है।
रैन वॉटर हार्वेस्टिंग क्यों है जरूरी
वॉटर हार्वेस्टिंग बारिश के पानी को जमा करने का एक तरीका है। जिसका इस्तेमाल बाद में उपयोगिता के आधार पर किया जाता है। इस विधि में जल का सरंक्षण किया जाता है। इससे धरती में पानी का स्तर भी बढ़ जाता है। वर्षा के संरक्षित जल का उपयोग व्यावसायिक कार्यों में कर सकते हैं।
114 total views, 2 views today